विश्व प्रसिद्ध पर्यटन
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रा के दीदार के लिए अभी पर्यटकों को इंतजार करना होगा। मनाली और लाहौल के छोर से 18 किमी सड़क से बर्फ हटाने का कार्य बाकी है। लाहौल के छोर से सीमा सड़क संगठन की रोहतांग दर्रा से 10 किलोमीटर पीछे माइनस तापमान में डटी है। मनाली की ओर से राहनीनाला में गिरे विशालकाय हिमखंड से बीआरओ टीम की टक्कर ले रही है। सीमा सड़क संगठन को 15 से 20 फीट ऊंची बर्फ की दीवार को काटकर आगे बढ़ना होगा। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि मौसम अनुकूल रहा तो रोहतांग दर्रा को 10 दिन में बहाल किया जाएगा।
हालांकि, वर्ष 2022 में रोहतांग दर्रा तीन मई को ही बहाल हो गया था। इस बार अप्रैल और मई तक पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर जारी रहा। ऐसे में बीआरओ का रोहतांग दर्रा बहाली के मिशन की रफ्तार धीमी हुई। रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए बहाल होने के बाद मनाली के पर्यटन कारोबार को गति मिलेगी। फिलहाल, पर्यटक अटल टनल रोहतांग के रास्ते बर्फ के दीदार के लिए कोकसर की तरफ जा रहे हैं। दूसरी ओर, सीमा सड़क संगठन बारालाचा दर्रा को बहाल करने में जुटा है। उपायुक्त लाहौल-स्पीति राहुल कुमार ने कहा कि रोहतांग दर्रा के एक सप्ताह के आसपास बहाली की उम्मीद है, लेकिन परिस्थितियां अनुकूल रहनी चाहिए।