राष्ट्रीय राजमार्ग
उच्च न्यायालय के आदेशों पर एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथाॅरिटी आॅफ इंडिया) की राष्ट्रीय राजमार्ग पर किए गए अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। 3 किमी के दायरे में करीब 76 कब्जों को हटाया गया। इसमें सरकारी विभाग, निजी मकान मालिकों सहित दो दर्जन होटल संचालकों ने सड़क पर अतिक्रमण किया था। इनमें 52 अवैध ढांचे और 24 पार्किंग के गेट शामिल हैं। करीब साढ़े छह घंटे तक कार्रवाई जारी रही। इससे लोगों में हड़कंप मच गया।
एचएचएआई ने पंथाघाटी से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। सुबह 11 बजे से तहसीलदार शहरी एचएल घेज्टा की अगुवाई में एनएचएआई के अधिकारियों ने अवैध कब्जों को हटाने का कार्य शुरू किया। सबसे पहले पंथाघाटी से आगे एक होटल संचालक की बनाई पार्किंग पर पीला पंजा चला। यहां पर पार्किंग के लिए गेट लगाकर करीब 8 मीटर कब्जा पाया मिला। बाद में इसे जेसीबी मशीन के माध्यम से हटाया गया। एनएचएआई और राजस्व अधिकारी पूरी तैयारी के साथ आए थे। अधिकारियों ने लट्ठा चेककर एक-एक अवैध कब्जों को हटाया। उधर, विकासनगर में खाद्य आपूर्ति विभाग और शहरी विकास विभाग के अलावा निजी मकान मालिकों की ओर से पार्किंग के लिए लगाए गेट और चेन को भी हटाया गया।
बीसीएस में भी एक रेस्तरां के बाहर से अवैध कब्जे को तोड़ा गया। यहां पर भी पार्किंग और फास्ट फूड के लिए संचालक ने कब्जा किया था। शाम करीब 5:30 बजे तक कार्रवाई जारी रही। कई लोग कार्रवाई के विरोध में उतरे, लेकिन पुलिस की मौजदूगी में कार्रवाई जारी रही। गौरतलब है कि एनएचएआई ने भट्टाकुफर से आईएसबीटी एनएच तक अवैध कब्जों को हटाने के नोटिस देकर लोगों को अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से एनएच से कब्जों को हटाने का कार्य शुरू किया गया। बीते दो दिनों में भी करीब 50 कब्जों को हटाया गया है। एनएचएआई के साइट इंजीनियर कुजंग हिशे नेगी ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश की अनुपालना में पीला पंजा लगाना शुरू कर दिया है। वीरवार को खलीनी से आईएसबीटी क्षेत्र में किए कब्जों को हटाया जाएगा