शिमला के कुटासनी
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सटे जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के समीप कुटासनी में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग रेंज बनाने का प्लान तैयार कर लिया गया है। प्रोजेक्ट की ड्राइंग और एस्टिमेट तैयार करने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंप दी गई है। एस्टिमेट तैयार होने के बाद सरकार और खेल विभाग करोड़ों के इस प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए बजट का प्रावधान करेंगे। इस अंतरराष्ट्रीय शूटिंग रेंज, सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के निर्माण से शिमला का कुटासनी अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर नजर आएगा। इस रेंज में हर आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी और यह प्रदेश सहित देशभर के शूटर के लिए प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध करवाएगा।
पांच हजार फीट की ऊंचाई पर कुटासनी में 45000 स्क्वेयर मीटर भूमि का पहले की अधिग्रहण हो चुका है। इसके लिए और जमीन का भी विभाग अधिग्रहण करेगा। कुटासनी में निर्माण स्थल के 21 अप्रैल को नेशनल राइफल एसोसिएशन के सह सचिव पवन सिंह, गवर्निंग बॉडी के सदस्य अमर जंग सिंह, इंडियन शूटिंग टीम कोच डीएस चंदेल, निदेशक युवा सेवाएं एवं खेल विभाग राजीव कुमार और लोक निर्माण विभाग के चीफ आर्किटेक्ट के दौरे के बाद हरी झंडी मिल गई है। यह रेंज नेशनल राइफल एसोसिएशन से संबद्ध होगी, जो वर्ष पर राष्ट्रीय -अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग चैंपियनशिप के अलावा नेशनल टीम के लिए गर्मियों के दिनों में हाई एल्टीट्यूट प्रशिक्षण के लिए भी उपयोग में लाई जाएगी।
शूटिंग रेंज में यह होंगी सुविधाएं -10 मीटर एअर पिस्टल और राइफल शूटिंग रेंज बनेगी (सौ लेन की होगी)। – 25 मीटर फायर आर्म शूटिंग रेंज (70 लेन ) -50 मीटर फायर आर्म शूटिंग रेंज( 70 लेन) -50 मीटर फाइनल शूटिंग रेंज (सभी इवेंट के लिए ) – शॉट गन(ट्रैप एंड स्कीट,5 स्टेशन ) -सेंटर ऑफ एक्सिलेंस – वर्ल्ड क्लास होटल -शूटर के लिए हॉस्टल – अन्य खेलों के लिए मल्टीपर्पज इंडोर स्टेडियम -शूटिंग रेंज में सौ शूटर के लिए चेंजिंग रूम, स्पोर्ट्स साइंस सेंटर, जिम्मनेजियम, रिक्रियेशन रूम, कैफेटिरिया की सुविधा भी उपलब्ध होगी। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगा रेंज का निर्माण युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के निदेशक राजीव कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की इस शूटिंग रेंज का निर्माण अंतरराष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन के तय मानकों के अनुरूप किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग को प्रोजेक्ट का एस्टिमेट और ड्राइंग बनाने का जिम्मा सौंपा गया है।