मौसम खुलते ही
मौसम खुलते ही जिला कांगड़ा के निचले मैदानी इलाकों में खेतों में पककर तैयार गेहूं की कटाई का काम शुरू हो गया है। मौसम ने साथ दिया तो जल्द ही थ्रैशिंग का कार्य भी शुरू हो जाएगा और किसान फसल खरीद केंद्रों की ओर रुख करना शुरू कर देंगे। आमतौर पर बैसाखी के आसपास गेहूं की फसल पककर तैयार हो जाती है और किसान खेतों में फसल की कटाई के काम में जुट जाते हैं। हालांकि, इस बार मार्च के पहले पखवाड़े तक मौसम के खुलने से गेहूं की बंपर पैदावार होने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन दूसरे पखवाड़े के अंत में बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों को झटका दिया।
इसके बाद बीते सप्ताह तेज बारिश और ओलावृष्टि के चलते खेतों में तैयार हूं की फसल को खासा नुकसान पहुंचा। अब पिछले दो दिन से दोबारा मौसम खुलने के बाद किसानों ने कटाई के लिए खेतों का रुख करना शुरू कर दिया है। इस सप्ताह से फसल कटाई का कार्य जोर पकड़ेगा। इस बार जिले में करीब 91800 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बुआई की गई है और कृषि विभाग ने 1 लाख 85 हजार मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन का लक्ष्य रखा है।