ऊना वन निगम
हमीरपुर वन निगम डिविजन में आने वाले तीन जिलों में वन रक्षकों से लेकर अन्य पदों की दरकार है। सबसे ज्यादा बुरा हाल ऊना वन निगम का है। ऊना वन निगम में गार्ड सहित विभिन्न पदों का टोटा चल रहा है। विभागीय कार्यों को अंजाम देने के लिए उक्त विंग के पास एक भी रक्षक नहीं है। ऐसे में निगम के कार्यों पर समय पर समाप्त करने की तलवार लटक रही है। ऊपर से नाममात्र पदों के साथ कार्य को समय पर अंजाम देना मुश्किल डगर से कम नहीं है।
वनों की रक्षा से लेकर कब कहां कितने पेड़ों का कटान होना है, कितना स्टॉक डिपो में आया गया आदि अहम कार्य लंबे खिंच रहे हैं। ऊना में वन रक्षकों का काम टिंबर वाचरों से लिया जा रहा है। बीते काफी समय से इन रिक्त पदों की आवाज को जिला से लेकर डिविजन स्तर पर बैठे अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों तक रिक्त पदों को भरने की मांग उठाई, लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
बंगाणा डिपो एक कर्मी के हवाले
जिला ऊना में यहां वन रक्षक की संख्या शून्य है। दूसरी लकड़ी के भंडार जलग्रां डिपो में देखरेख के लिए चौकीदार भी नहीं है। बंगाणा डिपो में एक ही कर्मी के हवाले सारी व्यवस्थाएं हैं। अब इन पदों की पूर्ति कब होगी, इसका भी कोई अता पता नहीं है। इस प्रकार के माहौल के बीच व्यवस्थाएं हांफती हुई नजर आ रही हैं।
तीन जिले और देहरा का कुछ वन क्षेत्र डिविजन में आता है। यहां वन रक्षकों का बड़ा टोटा है। डिप्टी रेंजर सहित अन्य पद भी खाली चल रहे हैं। इस संबंध में मांग उच्च विभाग से की गई। आशा है जल्द इन पदों को सरकार भरेगी। – जगदीश गौतम, डीएम, वन निगम डिविजन, हमीरपुर