नई दिल्लीः मानसून सत्र के 15वें दिन सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध टूटने के आसार जताए जा रहे थे. लेकिन दिन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट के अंदर ही हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा को स्थगित करना पड़ा. विपक्ष महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है. केंद्र ने मौजूदा मानसून सत्र में संसद में पारित होने के लिए 32 विधेयकों को सूचीबद्ध किया था, लेकिन आवश्यक वस्तुओं पर GST की बढ़ी हुई दरों और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे की वजह से 2 सप्ताह बीतने के बावजूद संसद में काई कामकाज नहीं हो पाया है. आपको बता दें कि गत 18 जुलाई को शुरू हुआ मानसून सत्र, 12 अगस्त तक चलेगा.
विपक्ष सदन में जहां सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है, वहीं सत्ता पक्ष भी तैयार है. मानसून सत्र के दौरान दो सप्ताह में अब तक लोकसभा ने महज 16 घंटे और राज्य सभा ने 11 घंटे काम किया है. हालांकि दोनों सदनों में प्रतिदिन 6 घंटे काम करने के लिए निर्धारित किए गए हैं. मानसून सत्र के दौरान हंगामा करने और सत्र बाधित करने पर 4 लोकसभा सदस्यों और 23 राज्यसभा सदस्यों को निलंबित किया गया था. ये सभीसांसदआज सदन में लौटे, क्योंकि इनके निलंबन की अवधि शुक्रवार को पूरी हो चुकी है. उधर हंगामे के बीच, डोपिंग रोधी विधेयक और परिवार न्यायालय विधेयक को लोकसभा में मंजूरी मिल गई है.
कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ 5 अगस्त को देशव्यापी विरोध का आह्वान किया है. वहीं, सरकार ने जोर देकर कहा था कि वह सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा था कि हम महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके बावजूद विपक्षी सदस्य सदन की कार्यवाही को बार-बार बाधित कर रहे हैं. हम कहते रहे हैं कि जैसे ही वित्त मंत्री ठीक हो जाएंगी, महंगाई पर चर्चा होगी. आपको बता दें कि वित्त मंत्रीनिर्मला सीतारमणकोरोना संक्रमण से जूझ रही थीं. अब वह ठीक हैं और आज सदन में उपस्थित रह सकती हैं.