औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के एक उद्योग जीएमपी टेक्निकल सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के मजदूरों ने उद्योग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पिछले कई दिनों से यह विवाद चला आ रहा है और यह मामला श्रम कार्यलय तक पहुँचा था। उद्योग में कार्यरत कामगार उद्योग द्वारा किये जा रहे शोषण के खिलाफ़ अपनी आवाज़ उठाने के लिए एकत्रित हुए तो उद्योग ने उनपर कर्यवाहि करते हुए दो कामगारों का तबादला बद्दी से दो हजार किलोमीटर दूर बॉम्बे कर दिया ।स्थानीय पंचायत मंधाला की प्रधान कल्पना रानोट ने बताया की कामगारों और उद्योग के विवाद को सुलझाने के लिए उन्होंने जब इस बारे में उद्योग प्रबंधन को मिलना चाहा तो उद्योग प्रबंधन ने उन्हे अपने उद्योग में बुलाया एक घंटा इंतज़ार करने के बाद भी नहीं मिले तो वहाँ से चली आई।
पंचायत प्रधान ने कहा कि जब या उद्योग मौजूदा प्रधान को बुलाकर भी नहीं मिलते तो कामगारों के साथ इनका रवईया कैसा होगा। राष्ट्रीय मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज कुमार राजू भी मजदूरों के साथ खड़े हो गए।राजू ने कहा कामगारों का शोषण करना बंद करे उद्योग । उन्होंने बताया की उद्योग में कार्यरत कामगारों ने जब उद्योग की तानाशाही के खिलाफ अपने हक के लिए आवाज उठानी चाहि तो उद्योग ने तबादला करना शुरू कर दिया। राजू ने उद्योग पर आरोप लगाते हुए कहा की उद्योग अपनी मनमानी कर रहा है
जब यह मामला श्रम विभाग में तारीख तय कर आगामी कर्यवाहि चल रही है तो उसके बाद भी उद्योग प्रबंधन ने दो और कामगारों का तबादला कहीं और कर दिया। उद्योग प्रबंधन को किसी का डर नहीं है और सरेआम कानून की धजियां उड़ते देख हैरानी होती है। उन्होंने कहा की कामगारों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा स्थानीय पंचायत के वार्ड पंच ने उद्योग प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा की उद्योग का प्रदूषण से हैं हम और नौकरियां बाहर वालों को हमारी पंचायत के लोगों को उद्योग जानबूझकर स्थानांतरित कर रहा है जोकी निंदनीय है।
वार्ड पंच ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह की मनमानी करने वाले उद्योगों के खिलाफ शिकंजा कसा जाए और संज्ञान ले। वहीं स्थानीय पंचायत मंधाना की प्रधान लता देवी ने कहा कि हम अपने पंचायत के लोगों के साथ है और स्थानीय युवाओं को उद्योग रोजगार नहीं दे रहे हैं जो इक्का-दुक्का इस उद्योग में कार्यरत है उनके साथ भी उद्योग द्वारा शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा की उद्योग मनमानी करना बंद करे और जो भी कामगार स्थानांतरित किए गए हैं उनको उद्योग में वापस लिया जाए और मजदूरों की मांगों को स्वीकार कर उद्योग प्रबंधन उन्हें काम पर वापस ले।