अंबुजा सीमेंट उद्योग
अंबुजा सीमेंट उद्योग में कार्यरत 61 कर्मचारी 30 अप्रैल को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लेंगे। 29 अप्रैल को अंबुजा सभागार में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले कर्मचारियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया जाएगा। उद्योग में करीब 200 कामगार हैं। इनमें 61 कामगारों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्त योजना वीआरएस लेने का फैसला लिया है। इन 61 कर्मचारियों में 34 कर्मचारी स्थानीय लैंड लूजर्स हैं। लोगों का कहना है कि अदाणी समूह की ओर से बीते दिनों एक पत्र में कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों से कहा गया कि ट्रक को परिवहन कार्य या कंपनी में नौकरी का विकल्प चुनें।
कंपनी प्रबंधन ने नवंबर में एक सहमति पत्र जारी किया और ट्रक को उनके या उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाले ट्रकों का विवरण प्रस्तुत करने के लिए 90 दिन का समय दिया, जो इसके साथ परिवहन कार्य में लगे थे। ऐसे में अब कहीं न कहीं इन कर्मचारियों पर सेवानिवृत्ति का दबाव भी बनाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि कंपनी वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को काफी फायदा दे रही है। उधर, जिला सोलन ट्रांसपोर्टर ट्रक ऑपरेटर को-ऑपरेटिव सोसायटी दाड़लाघाट (एसडीटीओ) के प्रधान जयदेव कौंडल ने कहा कि प्रबंधन का इस तरह का फैसला गलत है। सीमेंट उद्योग के लिए जमीन का अधिग्रहण किया तो परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया। उद्योग में नौकरी करना लैंड लूजर्स का हक है। कंपनी के कहने पर ही ट्रक डाले गए थे। वीआरएस के नाम पर लैंड लूजर्स कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति लेने के लिए मजबूर कर दिया। जयदेव कौंडल ने सरकार से इस मसले में हस्तक्षेप की मांग की है। एसडीएम यादवेंद्र पाल का कहना है कि उन्होंने आज ही ज्वाइन किया है। मामला क्या है, इसका पता किया जाएगा।