हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 की रणभेरी बज गई है। चुनाव आयोग ने मतदान व मतगणना की तिथियां तय कर दी हैं। हिमाचल प्रदेश में सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा। 8 दिसंबर मतों की गणना को होगी। 17 अक्टूबर से चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। 25 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 27 अक्टूबर को स्क्रूटनिंग होगी। 29 अक्टूबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। 2017 में 9 नवंबर को एक चरण में मतदान हुआ था, जबकि मतगणना 18 दिसंबर को हुई थी। इस बार चुनाव आयोग ने जल्दी तिथियां घोषित कर दी हैं व नतीजे भी जल्दी आएंगे।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 की रणभेरी बज गई है। चुनाव आयोग ने मतदान व मतगणना की तिथियां तय कर दी हैं। हिमाचल प्रदेश में सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा। 8 दिसंबर मतों की गणना को होगी। 17 अक्टूबर से चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। 25 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 27 अक्टूबर को स्क्रूटनिंग होगी। 29 अक्टूबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। 2017 में 9 नवंबर को एक चरण में मतदान हुआ था, जबकि मतगणना 18 दिसंबर को हुई थी। इस बार चुनाव आयोग ने जल्दी तिथियां घोषित कर दी हैं व नतीजे भी जल्दी आएंगे।
10 आंकड़ों में देखिए चुनावी कार्यक्रम
14 अक्टूबर आज से हिमाचल प्रदेश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।
17 अक्टूबर को चुनाव आयोग चुनाव से संबंधित अधिसूचना जारी करेगा।
25 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी।
27 अक्टूबर को नामांकन की छंटनी होगी।
29 अक्टूबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे।
12 नवंबर को सभी 68 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।
8 दिसंबर को मतों की गणना की जाएगी। इसी दिन चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे।
1184 मतदाता 100 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं। इन्हें आयोग ने सम्मानित किया है।
1.86 लाख युवा मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। चुनाव आयोग इन्हें एक किट भेंट करेगा।
1.20 लाख मतदाता 80 साल से ज्यादा आयु के हैं।
हिमाचल में आज से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू
हिमाचल प्रदेश में आज से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू कर हो गई है। नामांकन के दिन तक युवा मतदाता वोट बना सकेंगे। आठ जनवरी 2023 को हिमाचल प्रदेश की मौजूदा सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर रही है। हिमाचल में भाजपा और कांग्रेस दो प्रमुख दल हैं। भाजपा इस बार मिशन रिपीट के लिए पूरा जोर लगा रही है। वहीं कांग्रेस का मानना है कि रिवाज इस बार भी नहीं बदलेगा। यानी सरकार रिपीट नहीं होगी।