हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज हो चुकी हैं. इस बाबत कांग्रेस ने धर्मशाला में प्रेसकॉन्फ्रेंस करके आने वाले दिनों में अपने रणनीतिक ब्लू-प्रिंट का ऐलान कर दिया. इस ब्लू प्रिंट में पूर्व मंत्री जीएस बाली का युवाओं के प्रति संघर्ष वाली विरासत को आगे बढ़ाने की बात हुई जिसकी जिम्मेदारी पार्टी हाई कमान द्वारा उनके बेटे AICC के सचिव RS बाली को दी गई , AICC सचिव आरएस बाली और कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्का लांबा ने रोजगार संघर्ष यात्रा के जरिये सरकार को पहले से चेतावनी दे दी.
जमीन पर कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ लहर बनाने की कवायद में जुट गई है. एआईसीसी सचिव आरएस बाली और राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्का लांबा ने 20 और 21 तारीख को होने वाले रोजगार संघर्ष यात्रा का ऐलान किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर जयराम और मोदी सरकार को घेरा और लोगों को जागरूक करने की बात कही. आरएस बाली ने कहा कि वे अपने पिता जीएस बाली की रोजगार के संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए कमिटिड हैं. उनके राष्ट्रीय नेतृत्व सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इसकी अनुमति दी और पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के मार्गदर्शन में वे बेरोजगारों की आवाज उठाने जा रहे हैं. बाली ने बताया कि 5 हजार की संख्या में लोग यात्रा करेंगे और इनका खाने-पीने से लेकर रहने तक का पूरा इंतजाम किया गया है
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पत्रकारों से बातचीत में केंद्र से लेकर प्रदेश की जयराम सरकार को घेरा. उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई के लिए सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा किया. लांबा ने साफ किया कि सरकार सिर्फ और सिर्फ पूंजीपतियों की सरकार बनकर रह गई है. “हर घर तिरंगा” मुहिम और इसकी नीयत पर भी अलका लांबा ने सवाल उठाए और सीधे तौर पर अंबानी पर अटैक करके कहा कि मोदी जी ने पॉलिस्टर इंडस्ट्रीज में व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने का काम इस मुहिम के जरिए किया है. उन्होंने कहा कि तिरंगा बनाने का ठेका एक शख्स को दिया गया और तिरंगा पॉलिस्टर का बना. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार अपनों पर रुपये लुटा रही है. जबकि, आम परिवार के बच्चों को अग्निवीर बना रही है.वही अलका ने आरोप लगाते हुए कहा की आज देश मे नशे का कारोबार को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसकी जिम्मेदार अरकार है सबसे ज्यादा नशा अडानी के हवाई अड्डे से आ रहा है जिसे पकड़ने मे सरकार विफल है