Monika Sharma, Dharamshala
कांगड़ा के प्राइवेट हॉस्पिटल में नवजात की मौत:
सरकारी डॉक्टर पर लापरवाही बरतने के आरोप, FIR दर्ज;
जिला कांगड़ा के एक निजी हॉस्पिटल में डिलीवरी के दौरान शिशु के मौत का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद परिजन निजी हॉस्पिटल में सरकारी डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। एक निजी हॉस्पिटल में डिलीवरी के दौरान शिशु की मौत और डॉक्टर द्वारा धोखाधड़ी करने की शिकायत परिजनों ने कांगड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। निजी हॉस्पिटल के एमडी पीडियाट्रिक डॉक्टर ने भी माना कि दीक्षा का ऑपरेशन एमरजेंसी में डॉक्टर क्रांति ने किया था।
धर्मशाला के मनेड गांव के रहने वाले नितिन सरोच ने शिकायत पत्र में आरोप लगाया कि निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर प्रदीप मक्कड़ की देखरेख में ईलाज चल रहा था लेकिन डिलीवरी डॉक्टर प्रदीप मक्कड़ ने नहीं बल्कि सरकारी हॉस्पिटल थुरल में कार्यरत डॉक्टर क्रांति बिष्ट ने करवाई। यहां हुई लापरवाही के चलते डिलेवरी के दौरान बच्चे की मौत हो गई। मामले में परिजनों की शिकायत पर पुलिस की ओर से जांच शुरू की गई है। नितिन सरोच ने आरोप लगाया कि मेरी पत्नी दीक्षा नौ महीने की गर्भवती थी। जिसका शुरू से ही ट्रीटमेंट सिटी हॉस्पिटल कांगड़ा में डॉक्टर प्रदीप मक्कड़ की देखरेख में चल रहा था। 22 मार्च को दीक्षा को सिटी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया था। हॉस्पिटल में उपस्थित डॉक्टर ने चेक करने उपरांत कहा की जच्चा और शिशु दोनों ठीक हैं कल तक डिलीवरी हो जाएगी। 23 मार्च की सुबह दीक्षा को ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया जहां उसका ऑप्रेशन किया गया। एक घंटे बाद मुझे कहा गया कि।
शिशु की हालत ठीक नहीं है। शिशु को वेंटीलेटर पर रखा गया लेकिन दोपहर को उसकी डेथ हो गई। जिसकी जानकारी मुझे डॉक्टर सुगंधा कुमार ने दी। डॉक्टर प्रदीप मक्कड़ हॉस्पिटल में नहीं थे जिसके चलते मेरी पत्नी का ऑप्रेशन डॉक्टर क्रांति बिष्ट ने किया जो सरकारी हॉस्पिटल पालमपुर उपमंडल के थुरल में कार्यरत हैं। आरोप है कि डॉक्टर की गलती की बजह शिशु की जान गई।