जींद, नरवाना। नरवाना के गांव धमतान साहिब की मंजू नैन 10 हजार फीट की ऊंचाई से स्काई डाइविंग करके वह कारनामा कर दिखाया है, जिसको करने के लिए साहसी लोगों की भी धड़कन थम जाती हैं। सेना में लांसनायक के पद पर गुहावटी में तैनात मंजू नैन बचपन से ही साहसी रही है। वह इतने बड़ा साहसिक कदम उठाएगी, ऐसे उसके माता-पिता व गांव के लोगों ने भी नहीं सोचा था।
मंजू नैन के पिता हरिकेश व मां संतोष ने बताया कि मंजू नैन बचपन से ही हिम्मत वाली लड़की रही है। उसका बड़ा भाई दलबारा कबड्डी खेलता था, तो वह भी उसके साथ कबड्डी खेलने जाती थी। वह हर रोज लगभग 10 किलोमीटर दौड़ लगाती थी। जिससे वह कबड्डी के खेल में पारंगत हो गई थी और वह स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता में कई मेडल जीतकर लाई थी।
गांव के ही सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से दसवीं करने के बाद उसने निडानी गांव स्थित भाई सुरेंद्र सिंह मैमोरिलयल खेल स्कूल में दाखिला ले लिया था। जहां उसने कबड्डी की बारीकियां सीखी और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर मेडल भी जीते। उन्होंने बताया कि साढ़े 17 वर्ष की उम्र में अंबाला में पूर्वी कमान में सेना पुलिस के लिए महिलाओं की पहली भर्ती में भाग लिया और पहली बार में ही चयनित होकर सेना में भर्ती हो गई। वहां भी सर्वश्रेष्ठ कैडेट के तौर पर सम्मानित किया गया था।