गाज़ियाबाद …
मनचाही जगह पर हनीमून के लिए नहीं ले जाने पर तलाक का मामला सामने आया है। मामले में महिला ने कोर्ट में अर्जी देकर तलाक की मांग की है। बताया गया कि हनीमून के बाद से दोनों में झगड़ा हो रहा था। इसके कारण दोनों तनाव में थे।
महिला का कहना है कि पति उसकी कोई बात नहीं मानता, इसलिए तलाक ही रास्ता बचा है। अधिवक्ता मनोज नागवंशी ने बताया कि कविनगर में रहने वाली एक युवती की शादी 12 जून 2019 को मेरठ निवासी इंजीनियर युवक से हुई थी। उसने शादी के बाद हनीमून के लिए गोवा जाने का प्लान तैयार किया था। इंजीनियर उसे गोवा के स्थान पर हरिद्वार ले गया। इसके •बाद से दोनों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई। तनाव की वजह से युवती कुछ दिन बाद ही अपने मायके आ गई और फिर वापस नहीं गई। महिला ने पहले पति पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाकर भरण पोषण की मांग की। अधिवक्ता के मुताबिक, इंजीनियर युवक ने उसे कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह तैयार नहीं हुई।
‘पति कोई बात नहीं सुनता
महिला का कहना है कि उसने शादी से पहले ही हनीमून गोवा में मनाने का प्लान बनाया था, जब उसकी शादी हुई थी, उस दौरान उसकी एक सहेली का भी विवाह हुआ था, वह भी अपने पति के साथ गोवा गई थी, लेकिन मुझे हरिद्वार ले जाया गया। महिला का आरोप है कि उसका पति मां के कहने पर चलता है। पति उसकी बात नहीं मानता तो ऐसे में साथ रहने का कोई फायदा नहीं, इसलिए तलाक चाहिए।
इस मामले में कुछ कहा नहीं जा सकता, पर आजकल महिलाएं अपने अधिकारों की प्रति सचेत हो गई हैं। मनमाने ढंग से गृहस्थी नहीं चल पाती है, सभी के अधिकारों का ध्यान रखना चाहिए। डॉ जेएल रैना, समाज शास्त्री