शब् को लेकर बैठे परिजन
ऊना जिले के मैहतपुर नगर परिषद क्षेत्र में एक निजी अस्पताल में नाक के ऑपरेशन के बाद युवक की मौत के मामले में ग्रामीणों में शुक्रवार सायं साढ़े तीन बजे से चक्का जाम कर दिया है। करीब 20 घंटे से धर्मशाला-चंडीगढ़ मार्ग पर ग्रामीणों ने मृतक दविंद्र सिंह के शव को सड़क पर रखकर जाम लगाया है। सर्दी के मौसम में भी ग्रामीण मैहतपुर, संतोषगढ़ नगर के मुख्य मार्ग पर दरियां बिछाकर बैठे हैं। उनके पास गर्म कपड़े, रजाईयां तक का प्रबंध हैं। लेकिन ग्रामीण पूरी रात सोये नहीं हैं। हालांकि जिला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारियों ने चक्का जाम लगाकर बैठे ग्रामीणों से लंबी वार्ता की। बावजूद इसके ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। जाम लगाकर बैठे परिजनों की मांगे हैं कि आरोपित चिकित्सिक को गिरफ्तार किया जाए या तो पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा समेत परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देना शामिल हैं।
लोगों की ये है मांग
जाम लगाकर बैठे ग्रामीणों की मुख्य मांगे आरोपित चिकित्सक को गिरफ्तार करने के अलावा पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा समेत परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देना शामिल हैं। शुक्रवार सांय से लगाए गए जाम के कारण आलम यह हो गया है कि अब तो जिला ऊना से पंजाब को जाने वाले सभी मार्गों पर ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया हैं। हालात यह हो गए हैं कि जाम में फंसे लोग काफी परेशान हैं। हालांकि मैहतपुर पुलिस थाना, संतोषगढ़, टाहलीवाल पुलिस चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर डटे हैं।
जाम लगाकर बैठे हैं लोग
फिल्हाल मैहतपुर, जखेड़ा, भटोली, अजौली, सनोली, छत्रपुर टाडा, संतोषगढ़, टाहलीवाल में ग्रामीणों ने बाहर निकलने वाले सभी रास्तों पर ट्रैक्टर-ट्राली, ट्रक समेत अन्य वाहन खड़े करके रास्ता जाम किया हैं। एक निजी अस्पताल में नाक के ऑपरेशन के बाद युवक की मौत के मामले में ग्रामीणों में लोगों ने प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। करीब 20 घंटे से धर्मशाला-चंडीगढ़ मार्ग पर ग्रामीणों ने शव को रखकर जाम लगाया है। यहीं कारण हैं कि शनिवार को जिले से बाहर कोई भी सरकारी व निजी बसों के अलावा अन्य वाहन रवाना नहीं हुए हैं। वहीं जाम में फंसे बसों में बैठी सवारियों को ग्रामीण अपने स्तर पदर जलपान व खाने का इंतजाम करने में जुटे हैं। ताकि किसी को परेशानी ना हो। संतोषगढ़ नगर के बस अड्डे पर हिमाचल परिवहन निगम व पंजाब रोडवेज की बसों को खड़ा किया गया हैं। वहीं ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती। जाम निरंतर जारी रहेगा। जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण धीमान ने बताया कि पुलिस ग्रामीणों को मनाने के लिए प्रयासों में जुटी हैं।
ये है मामला
बताना जरूरी है कि बुधवार को सनोली गांव का दविंद्र सिंह नाक के ऑपरेशन के लिए मैहतपुर के एक निजी अस्पताल में पहुंचा था। यहां पर मोहाली के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने नाक का ऑपरेशन किया था। लेकिन ऑपरेशन के बाद दविंद्र सिंह की हालत इतनी खराब हो गई और उसे सांस में लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद आनन-फानन में ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक ने दविंद्र सिंह को मोहाली स्थित अपने अस्पताल में शिफ्ट किया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृतक के स्वजनों को सूचना दी गई।
मिलीभगत का है आरोप
मृतक के स्वजनों की शिकायत पर मैहतपुर पुलिस थाना में आरोपित चिकित्सक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं मैहतपुर पुलिस ने मृतक के शव का ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने की बजाए टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा में भेजा। जैसे ही पुलिस व मृतक के स्वजन शव को लेकर टांडा से वापिस आए। उसके बाद ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जोकि समाचार लिखे जाने तक लगातार जारी हैं।