कार्यकर्ताओं की समस्याएं का हल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि राजीव भवन शिमला में हर महीने एक मंत्री के बैठने से संगठन और सरकार में बेहतर तालमेल बनेगा। आम लोगों को भी अपनी समस्याएं रखने में सहूलियत होगी। सी एम् सुखु ने 50 से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से की मुलाकात, सचिवालय फोन कर अफसरों को भी कराया अवगत। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार को तीन घंटे पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में कार्यकर्ताओं की समस्याएं हल कीं। दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक मुख्यमंत्री ने 50 से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। सचिवालय फोन कर कई मामलों में अफसरों को भी अवगत कराया। तबादलों सहित सड़कों की खस्ताहालत और स्कूल-अस्पतालों में रिक्त पदों से संबंधित शिकायतें मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई गईं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि राजीव भवन शिमला में हर महीने एक मंत्री के बैठने से संगठन और सरकार में बेहतर तालमेल बनेगा। आम लोगों को भी अपनी समस्याएं रखने में सहूलियत होगी। प्रतिभा ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हर महीने एक मंत्री उपलब्ध रहेंगे। हिमाचल कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने मुख्यमंत्री सुक्खू के इस कदम को बेहतर कदम बताते हुए कहा कि शिमला स्तिथ कांग्रेस मुख्यालय में हर महीने एक मंत्री के बैठने से सरकार और कार्यकर्ताओं के बीच एक अच्छा तालमेल होगा इससे आम लोगों को भी अपनी समस्याएं रखने में सहूलियत होगी। खुद कार्यालय में बैठकर यह परंपरा शुरू करने के लिए प्रतिभा ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने तीन महीने ही हुए हैं। ऐसे में भाजपा का सरकार पर हो हल्ला करना समझ से परे है।
नगर निगम चुनाव को लेकर पूर्व पार्षदों से लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री ने नगर निगम शिमला के चुनावों को लेकर पूर्व पार्षदों से फीडबैक लिया। पूर्व पार्षद सुरेंद्र चौहान और आनंद कौशल ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि निगम चुनाव के लिए सभी तैयार हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू खुद भी नगर निगम शिमला के पार्षद रह चुके हैं। शहर के सभी वार्डों के पार्टी नेताओं से मुख्यमंत्री खुद भी वाकिफ हैं।
पार्टी में वापसी की मांग लेकर दल-बल के साथ पहुंचे मुसाफिर
कांग्रेस में वापसी की मांग को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर दल-बल के साथ पार्टी मुख्यालय पहुंचे। विधानसभा चुनाव के दौरान मुसाफिर की जगह कांग्रेस ने जिला सिरमौर के पच्छाद से दयाल प्यारी को टिकट दिया था। इससे नाराज होकर मुसाफिर ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। भितरघात के चलते कांग्रेस की पच्छाद में हार हुई है। दर्जनों लोगों को साथ लेकर पहुंचे मुसाफिर ने मुख्यमंत्री से उन्हें कांग्रेस में वापस लेने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संदर्भ में हाईकमान से बात की जाएगी। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के कई मामले हैं। सभी मामलों से हाईकमान को अवगत कराया जाएगा।