नवी मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-2 ने एक ऐसी हत्या की गुत्थी सुलझाई है, जिसमें शव की पहचान ही नहीं हो पा रही थी. महिला की चप्पलों के सहारे वो कातिल तक पहुंची. बताया जाता है कि आरोपी जिम ट्रेनर है और उसने दोस्त की मदद से ये हत्या की और शव को पनवेल की नदी में फेंक दिया था.
दरअसल 14 दिसंबर को पनवेल के धामनी में नदी किनारे मिले शव की पहचान नहीं हो पा रही थी. मौके पर कोई चश्मदीद भी नहीं था, ना ही कोई सीसीटीवी था. पुलिस ने आसपास के थानों में लापता महिलाओं का रजिस्टर भी चेक किया, लेकिन उम्र और हुलिया से किसी का मेल नहीं था.
किसी भी हत्या की गुत्थी सुलझने के लिए बहुत जरूरी होता है कि मृतक की पहचान हो. उसके बाद ही पुलिस की जांच आगे बढ़ती है, लेकिन यहां पुलिस के सामने शव की पहचान कर पाना ही बड़ी चुनौती थी.
फिर पुलिस ने शव के पास मिले नए सैंडल के इर्द-गिर्द अपनी जांच तेज की. उस पर लगे स्टिकर के जरिए आखिरकार उसे वो दुकान मिल ही गई, जहां से सैंडल खरीदा गया था. दुकान में लगे सीसीटीवी को खंगालने पर वो महिला एक व्यक्ति के साथ सैंडल खरीदते हुए दिख गई.
नवी मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी ने कहा कि कुछ दिनों पहले महिला एक दुकान में गई थी जहां से उसने सैंडल खरीदा था. साथ में उसका दोस्त था. जांच में पता चला कि वो जिम ट्रेनर है. नवी मुंबई के जितने जिम हैं सबकी जानकारी हमने निकाली, तो घनसोली के एक जिम में उसके होने का पता चला.
पुलिस ने जिम ट्रेनर रियाज खान और फिर उसके साथी इमरान शेख दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि मृतक महिला का नाम उर्वशी वैष्णव था और वो कोपर खैरने की रहने वाली थी.
बताया गया कि जो मेन आरोपी है उसका और मृतक महिला का अफेयर था. आरोपी पहले से शादीशुदा है, वो महिला शादी के लिए उस पर दबाव डाल रही थी, इसलिए नाराज होकर उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.