संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को राज्यसभा में हंगामा करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा है। पत्रकारों से बात करते हुए, जोशी ने कहा कि कांग्रेस संसद में हंगामे कर रहे हैं, जब्कि उनके शासन में ही चीन ने देश की जमीन पर कब्जा कर लिया था। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘सभापति ने हाथ जोड़कर विपक्ष से हंगामा न करने के लिए अनुरोध किया। इसके बाद भी उन्होंने विपक्ष के नेता और सदन के नेता से इस मुद्दे पर चर्चा करने का अनुरोध किया,लेकिन विपक्ष ने पूरी तरह से सभापति की बात को नकार दिया।’ जोशी ने आगे कहा कि गतिरोध दूर करने के प्रयास में राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने सुझाव दिया था कि चर्चा होनी चाहिए।
कांग्रेस को अपने व्यवाहर में सुधार करने की जरूरत: प्रह्लाद जोशी
उन्होंने कहा, ‘चीन (जब कांग्रेस सत्ता में थी) के हाथों अपनी जमीन गंवाने के बावजूद कांग्रस इस मामले पर राज्यसभा अध्यक्ष की बात को नकार रही है। मैं कांग्रेस के नेताओं से उनसे अपने व्यवहार में सुधार करने की अपील करता हूं। उन्होंने इस देश में 60 साल तक राज किया है।’ प्रह्लाद जोशी ने आगे कहा, ‘लोगों ने नरेंद्र मोदी सरकार को जनादेश दिया है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए।
इसके अलावा देश में फैल कोरोना वायरस की आहट के मद्देनजर जोशी ने कहा कि अध्यक्ष और सभापति ने सदस्यों से अनुरोध किया कि कोरोना से बचने के लिए चेहरे पर मास्क पहनें और कार्यवाही में भाग लें। उन्होंने कहा कि जब वे (कांग्रेस नेता) वेल में विरोध कर रहे थे तो उस दौरान विपक्ष के नेता ने भी मास्क नहीं पहना था।
संसद में कोविड-19 का पालन नहीं कर रहे विपक्षी नेता
बता दें कि धनखड़ ने गुरुवार को सांसदों से दुनिया में कोविड-19 के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने को कहा और कहा कि सदन को उदाहरण के तौर पर देश का नेतृत्व करने की जरूरत है। गौरतलब है कि सदन में सत्ता पक्ष के अधिकांश सदस्यों और विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों को मास्क पहने देखा गया, लेकिन वे बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए हुए बैठे रहे।