गैस कीमतों की बढ़ोतरी
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सचिव पुनीत मल्ली ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि महंगाई में अब आम आदमी पिस रहा है, जरुरी वस्तुओं की कीमतें आसमान पर पहुंच चुकी हैं, जबकि अब घरेलू एलपीजी व कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में फिर से वृद्धि कर केंद्र की सरकार ने महंगाई की आग में घी डाला है। उन्होंने कहा घरेलू रसोई गैस सिलेंडर 50 रुपए और कमर्शियल सिलेंडर 350 रुपये की बढ़ोतरी कर भाजपा ने फिर से इस बात को ब्यां कर दिया है कि भाजपा देश व जन विरोधी है। उन्होंने कहा कि केंद्र में जब यूपीए की सरकार थी उस दौरान घरेलू सिलेंडर की कीमत में मामूली वृद्धि पर भी भाजपा नेता विरोध-प्रदर्शन करते थे, लेकिन देश-प्रदेश के भाजपा के नेता अब एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं।
पुनीत मल्ली ने आरोप लगाया केंद्र में जब विपक्ष ज्वलंत मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाता है तो भाजपा के नेतृत्व वाली मोदी सरकार उनके खिलाफ बोलने वालों की आवाज दबा देती है। उन्होंने कहा कि जब अंतराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में किसी भी प्रकार की कोई वृद्धि नही की गई है तो केंद्र की मोदी सरकार ने गैस की कीमतों को क्यूं बढ़ाया। मोदी सरकार ने गैस की कीमतों को बढ़ाकर जनता पर दोहरी मार मारी है, जिसकी सजा देश की जनता केंद्र की मोदी सरकार को 2024 के लोकसभा चुनावों में देगी। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को कम करने की बजाए मोदी सरकार उनको और महंगा कर रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में गैस सिलेंडर कर कीमत 414 रुपये थी जो आज लगभग 1200 के करीब पहुंच चुकी है।
मोदी सरकार आम आदमी के साथ अन्याय कर रही है और उसे सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम को तत्काल वर्ष 2014 के स्तर पर लाना चाहिए। पुनीत मल्ली ने कहा अब सिलेंडर को सरेंडर करने का वक्त आ गया है क्योंकि आम आदमी की पहुंच से इसकी कीमतें बाहर हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 में कांग्रेस सरकार में एलपीजी सब्सिडी 39,558 करोड़ रुपए थी, 2013-14 में कांग्रेस सरकार ने 46,458 करोड़ रुपये गैस सब्सिडी दी, जिसे मोदी सरकार ने 2015-16 में 18 करोड़ रुपये और 2016-17 से जीरो कर दिया। उन्होंने कहा मोदी सरकार में रसोई का चुल्हा, महंगाई की आग से जल रहा है।