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विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में अब ग्रैंडाला प्रजाति के पक्षी के दर्शन भी हो सकेंगे। पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों के लिए यह अच्छी खबर है। पार्क में इस पक्षी को 2018 में पहली बार देखा गया था, मगर उस समय इनकी संख्या बहुत कम थी। जनवरी 2023 को पार्क प्रबंधन ने इस पक्षी के एक विशाल झुंड को कैमरे में कैद किया है। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क वन्य प्राणियों के साथ पक्षियों का भी संरक्षक बन गया है। हालांकि, ग्रैंडाला पक्षी सर्दी के मौसम में तीन से चार माह तक ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में वास करता है। यह पक्षी समुद्रतल से करीब 3,000 फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है, जहां हरे भरे जंगल अधिक होते हैं। इस बार जनवरी में पार्क प्रबंधक के एक कर्मी ने इसे जिला कुल्लू के अति दुर्गम क्षेत्र शाक्टी में देखा है।
बेहद खूबसूरत ग्रैंडाला पक्षी पूर्वोतर राज्य के सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में पाया जाता है। अब प्रदेश के पक्षी प्रेमियों को ग्रैंडाला पक्षी को देखने के लिए बाहरी राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में इस पक्षी के होने से यह क्षेत्र एक उम्दा डेस्टिनेशन (ठिकाना) हो सकता है। पार्क क्षेत्र में विंटर सीजन में सैलानियों के साथ पक्षी प्रेमी इसका दीदार कर सकते हैं। ग्रैंडाला पक्षी हमेशा झुंड में ही दिखाई देता है। इसका भोजन छरमा (सीबकथोर्न) ही है। पार्क क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में सीबकथोर्न पाया जाता है और ग्रैंडाला का यह पसंदीदा भोजन है। विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के वनमंडलाधिकारी निशांत मंढोत्रा ने कहा कि इस पक्षी को 2018 को भी पार्क में देखा गया था। इस बार इसका झुंड काफी बड़ा है। कहा कि पार्क में पाए जाने वाले जीव-जंतुओं के साथ पक्षियों के संरक्षण पर ध्यान दिया जा रहा है। पार्क में किसी भी तरह का शिकार करने की अनुमति नहीं है। इसके लिए कई संवदेनशील जगहों पर ट्रैप कैमरों से भी नजर रखी जा रहा है।
काले पंखों के साथ गहरे नीले रंग का होता है ग्रैंडाला नर
ग्रैंडाला पक्षी में नर काले पंखों के साथ गहरे नीले रंग का होता है। जबकि, मादा पूरे सिर पर सफेद धारियों और पंखों पर कमजोर सफेद पट्टियों के साथ भूरे रंग की होती हैं। साथ ही यह पक्षी लंबी चोंच और तेज पंखों वाला होता है।