जिस तरह क्रिकेट में एक अच्छा तेज गेंदबाज अपने लिए सपोर्टिंग पिच का मोहताज नहीं होता, उसी तरह एक माहिर राजनेता के लिए भी हॉट सीट मायने नहीं रखती। कुछ ऐसा ही साबित कर दिखा रहे हैं धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा। धर्मशाला से दोबारा विधायक चुने गए सुधीर शर्मा को कैबिनेट रैंक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। ठीक इसके उलट इस बार उनसे कहीं जूनियर विधायकों को मंत्री बना दिया। सभी ने मिस्टर कूल सुधीर शर्मा को चूका हुआ मान लिया, लेकिन उनके किसी विरोधी ने यह सोचा भी नहीं होगा कि सुधीर का काउंटर अटैक कितना खतरनाक होगा। सुधीर शर्मा ने मंत्री न मिलने पर अपनी निराशा किसी के सामने जाहिर न होने दी। पहले तो उन्होंने अपने चेहरे पर अपनी पारंपरिक मुस्कान को कायम रखकर विरोधियों सामने गजब की बॉडी लैंग्वेज से उन्हें असहज कर दिया और उसके बाद सीधे अपने हलके में जुट गए। राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी सुधीर शर्मा जानते हैं कि धर्मशाला का एमएलए वैसे ही मंत्री से कहीं ताकतवर होता है। पोलिटिक्स के इसी बेसिक पर काम करते हुए सुधीर शर्मा ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी पर काम तेज कर दिया है।
कई मैनेजर रहेंगे 24 घंटे मौजूद
सुधीर शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि स्मार्ट सिटी के कुछ प्रोजैक्टों के मैनेजरों को 24 घंटे धर्मशाला में अलर्ट रहना होगा। इनमें स्मार्ट पार्किंग, वर्कशाप, फुटबाल स्टेडियम के काम में लगे कांट्रैक्टर को अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
ग्रीन एरिया पार्क
शहर में मैक्लोडगंज, कोतवाली बाजार, शहीद स्मारक आदि स्थानों पर पांच ग्रीन एरिया पार्क बनाए जा रहे हैं। सुधीर शर्मा ने कहा कि इन पार्कों को जून माह तक पूरा किया जाएगा। इसके लिए दिन रात एक किया गया है।
स्मार्ट रोड
यह सुधीर शर्मा ही हैं, जिनकी हिम्मत से स्मार्ट रोड जैसा काम शुरू हो पाया है। इस प्रोजेक्ट की दिक्कत यह है कि सडक़ के किनारों को उखाड़ा जा रहा है, कोई भी नेता ऐसी किचकिच से बचना चाहता है। सुधीर शर्मा ने थोड़ी नाराजगी को परे करके इस परियोजना को शुरू करवाया है। इससे धर्मशाला की शान सारी दुनिया में बढ़ेगी।
वीएमडब्ल्यू का शोर
शहर में वीएमडब्ल्यू प्रोजेक्ट का बड़ा शोर है। इस परियोजना के तहत मैक्लोडगंज और धर्मशाला के कई स्पाट पर बड़ी स्क्रीन पर सरकारी योजनाओं का बखान होना है। इसके अलावा आपदा के समय इन्हीं स्क्रीन पर मैसेज डिस्प्ले होंगे।
कुल 75 प्रोजैक्टों पर नजर
सुधीर शर्मा ने कहा कि उनकी सभी 75 प्रोजेक्टों पर नजर है। सुधीर शर्मा ही साल 2015 में स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट को धर्मशाला लाए थे। इन उसके बाद साल 2017 में वह हार गए। उसके बाद भाजपा ने इन परियोजनाओं को धीमा कर दिया। इससे सुधीर शर्मा दुखी जरूर हैं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। यही कारण है कि अब हर धर्मशालावासी कह रहा है कि यहां स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट समय पर पूरा होगा।