खबर आजतक, धर्मशाला ब्यूरो
कैंसर जैसी नामुराद बीमीरी से लड़ी-भिड़ी ओर जीती।पहली कीमोथेरेपी के बाद सिर पर एक बाल और अपनी शक्ल देखकर यह डरी नहीं। उसी को हथियार बना लिया जीने का। आज लाखों केंसर पीड़ितों के लिय यह रोल मॉडल हैं। हिमाचल की यह बेटी धर्मशाला जैसी प्रदेश की दूसरी राजधानी की सर्वे सर्वा हैं।एक समय था जब जिंदगी से जंग लड़नी पड़ गयी। कैंसर का नाम सुनते ही अच्छे अच्छों के होश उड़ जाते हैं पर इनका दिल घबराया नहीं बल्कि उससे लड़ने को खुद को तैयार किया।
घंटों योगा ओर एक्सरसाइज की तब जाकर इस मुकाम तक पहुंची। इनके दरवाजे हर फरियादी-जरूरतमंद के लिए दिन रात खुले रहते हैं। इनका मानना है कि दूसरी जिंदगी भगवान ने इन्हें जनसेवा के लिए दी है इसलिए आराम को कोई जगह नहीं है। कैंसर से डरें नहीं। उससे लड़ें ओर जीतें। लाखों प्रदेश वासियों की दुआएं ओर देवी-देवताओं का आशीर्वाद लिए शिल्पी अपने हुनर से लोगों के दुख दर्द पर मलहम लगा रही है।ऐसे काबिल ऑफिसर्स को सलूट।