जिले किन्नौर की सुंगरा पंचायत के बायूदा में दोमंजिला मकान जलकर राख हो गया है। इस घटना में दो बच्चों सहित तीन घायल हो गए हैं। इन्हें उपचार के लिए रामपुर के खनेरी अस्पताल में लाया गया है। घटना में करीब 20 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है। पुलिस थाना भावानगर से मिली जानकारी के मुताबिक सुंगरा पंचायत के बायूदा के पास मंगलवार रात को चार भाइयों के संयुक्त दोमंजिला मकान में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। घटना में चार कमरे और एक रसोईघर राख के ढेर में तबदील हो गया है।
यह मकान विनोद कुमार नेगी, राजेंद्र नेगी, ज्ञान सागर नेगी और सनमजीत नेगी का था। मकान में आग लगने से राजेंद्र नेगी दो बच्चों के साथ फंस गया। इस दौरान सुंगरा गांव के जगदीश नेगी ने साहस का परिचय देते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर दो बच्चों और राजेंद्र नेगी को जलते घर से बाहर निकाला। इस दौरान राजेंद्र नेगी के सिर, मुंह, हाथ, पैर, दोनों बेटियों और जगदीश नेगी के हाथ और पैर झुलस गए हैं।गंभीर रूप से घायल राजेंद्र नेगी को सीएचसी निचार में प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर के खनेरी अस्पताल रेफर किया गया है। यहां उनका उपचार चल रहा है। स्थानीय लोगों ने अग्निकांड की सूचना प्रशासन और पुलिस को भी दी। इसके बाद पुलिस चौकी निचार के प्रभारी सुशील कायथ और थाना प्रभारी भावानगर जगदीश ठाकुर, अग्निशमन विभाग और प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से पुलिस और दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन लकड़ी के मकान में लगी आग ने कुछ ही घंटों में दोमंजिला मकान को राख कर दिया।
इस घटना में घर में रखा कोई भी सामान नहीं बच पाया है। प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। एसडीएम भावानगर विमला वर्मा ने बताया कि प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवारों को 24,000 रुपये की राहत राशि, खाद्य सामग्री, तिरपाल और अन्य सामान वितरित किया गया है। ग्राम पंचायत सुंगरा के प्रधान राकेश नेगी पंचायत की ओर से पीड़ित परिवारों को 20,000 रुपये की आर्थिक प्रदान की है।