धर्मशाला में गुंजन संस्था व हिमाचल धर्मशाला प्रेस क्लब के सौजन्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न मीडिया संस्थाओं के सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान समाज में बढ़ते नशे की रोकथाम व नशे से संबंधी कवरेज में मीडिया की भूमिका पर भी चर्चा की गई। इसमें ड्रग एडिक्ट, ड्रग एब्यूज जैसे शब्दों से बचने का आग्रह किया गया। वहीं मिलकर नशे से लडऩे का संकल्प भी लिया गया। इस कार्यशाला मे गुंजन संस्था से आये प्रवक्ता विजय कुमार ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के संंबंध में रोकथाम व नशा मुक्त होने और रहने के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि भारत में किए गए राष्ट्रीय सर्वेक्षण के दौरान किए गए अध्ययनों के अनुसार यह देखा गया है कि जिन 80 फीसदी लोगों ने कभी शराब या किसी भी गेटवे ड्रग्स के साथ प्रयोग किया है, उसमें उनके दोस्तों का भी अहम रोल रहा है। उन्होंने बताया कि नशा एक ऐसा दीमक है जो युवाओं के शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक जीवन को खराब करता है। युवाओं को इससे बचना होगा। दूसरी तरफ कई वक्ताओं ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेताओं द्वारा लुभावने विज्ञापन, होर्डिंग्स भी बच्चों पर बहुत गहरा प्रभाव डालते हैं, जो उन्हें फिर से इसके प्रयोग के लिए और अधिक प्रेरित करते हैं। इस दौरान कई वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने सवालों एवं सुझावों का आदान-प्रदान भी किया । कार्यक्रम में दैनिक भास्कर से प्रेम सूद, अमर उजाला से ब्यूरो प्रभारी सुनील चड्डा, हिमाचल दस्तक ब्यूरो प्रभारी जीवन ऋषि, सिटी रिपोर्टर सुनील समियाल, दैनिक जागरण से नीरज व्यास, समाचार फस्र्ट के संपादक अमृत तिवारी, इन हिमाचल से ब्यूरो प्रभारी मृत्युंजय पुरी, चंबा एक्सप्रेस से राकेश भारद्वाज, दिव्य हिमाचल से पवन कुमार शर्मा, नरेन कुमार के अलावा विचित्र शर्मा,सचिन,अनुज,महेंद्र सिंह, पंकज आदि पत्रकारों ने भी अपने विचार रखे।