सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा है कि देश व प्रदेश के सरकारी कर्मचारी इस बात को कभी नहीं भूल सकते कि वर्ष 2003 में केंद्र की भाजपा सरकार ने ही सरकारी कर्मचारियों की पेंशन बंद करके उन्हें गहरे जख्म दिए थे और हिमाचल प्रदेश में डबल इंजन की सरकार भी ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के नाम पर लगातार सरकारी कर्मचारियों के सब्र का इम्तिहान ले रही है और उनकी भावनाओं के साथ छल कर रही है।
आज यहां जारी एक ब्यान में राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश के लाखों कर्मचारी बड़ी शिद्दत के साथ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि कांग्रेस ने ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली को अपने सबसे पहले एजेंडे में शामिल किया है और कर्मचारी वर्ग इस बात को भलीभांति जानता है कि कांग्रेस कभी भी कर्मचारियों के हितों के साथ कुठाराघात नहीं करती बल्कि कांग्रेस ही कर्मचारियों की सच्ची हितैषी आज तक साबित होती आई है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारों ने ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करके यह साबित कर दिया है कि कर्मचारियों के हित कांग्रेस के लिए सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कर्मचारी किसी भी सरकार की रीड होते हैं और अपने परिवारों से दूर रहकर पूरी इमानदारी व निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी का पालन करते हैं लेकिन रिटायरमेंट के बाद उन्हें पेंशन से वंचित रखा जाना कर्मचारी वर्ग के साथ भारी अन्याय है। उन्होंने कहा यह अन्याय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही दूर किया जाएगा।
राजेंद्र राणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश की जनता को जो गारंटियां दी हैं, उनमें सबसे पहली गारंटी ही ओपीएस बहाली की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल होने पर न केवल कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद आर्थिक हित सुरक्षित रहेंगे बल्कि प्रदेश में सरकारी सेवाओं में आने वाले लाखों युवाओं को भी अपना भविष्य सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी क्योंकि यह उनके भविष्य से जुड़ा मामला है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि न केवल ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल की जाएगी बल्कि आउटसोर्स कर्मचारियों का भविष्य भी सुरक्षित रखा जाएगा और उनके लिए ठोस नीति बनाई जाएगी