भाजपा के नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गुरुवार को हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दावा किया कि उपचुनाव की तीनों सीटें भाजपा जीतेगी। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए। उन्होंने यहां तक कहा कि आज प्रदेश में जो भी राजनीतिक अस्थिरता बनी इै और दोबारा उपचुनाव हो रहे हैं उसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू जि मेदार हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अस्थिरता के इस दौर के लिए अगर कोई दोषी है तो केवल मुख्यमंत्री है, उनका नैतिक दायित्व बनता है कि वह अपने सभी विधायकों को साथ लेकर उनका काम करते जिसमें वह असमर्थ रहे, यहां तक कि वह अपने हमीरपुर के विधायकों को भी साथ नहीं रख सके और आज वे बदले की भावना से काम कर रहे हैं।
हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार विधायकों पर निराधार आरोप लगाते रहे, जिससे आहत होकर उन्होंने इस्तीफे देने का निर्णय लिया, विधायकों पर गलत मामले दर्ज किए गए, उनके कारोबार बंद कर दिए गए और वह इस प्रताडऩा को सहन नहीं कर पाए। जयराम ने कहा कि मुख्यमंत्री को डर था कि शायद वह उपचुनाव में हार जाएं इसलिए विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने तीन महीने तक तीन निर्दलीय विधायकों केv इस्तीफे स्वीकार नहीं किए। जयराम ने कहा कि प्रदेश में लगातार भाजपा के विधायकों की सं या बढ़ती जा रही है। छह सीपीएस की नियुक्ति के मामले में कोर्ट से जल्द फैसला आने वाला है। उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं तीनों उपचुनावों वाले विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया है और लोग बढ़ चढक़र भाजपा के कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।
मेडिकल कालेज का स्टेट शेयर नहीं दिया
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री वर्तमान हालातों के दौर से विचलित हो गए हैं। उन्होंने पूछा कि सुक्खू भाई 18 महीने में आपनेक्या किया। एक योजना का नाम बता दो, हम इंतजार कर रहे हैं। भाजपा ने हमीरपुर में 300 करोड़ का मेडिकल कॉलेज दिया पर अपने अभी तक उसका स्टेट शेयर तक नहीं दिया। हमने भोरंज में आईपीएच और लोक निर्माण विभाग का डिवीजन दिया। इसके साथ ही बड़सर को मिनी सचिवालय, फोरलेन दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने तो अपने कार्यकाल में संस्थानों को डिनोटिफाई करने का सिलसिला चलाया।