मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र नादौन में गुरुवार सुबह आयकर विभाग की टीमों ने गुपचुप तरीके से छापेमारी को अंजाम दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि यह छापेमारी उस वक्त की गई जब मुख्यमंत्री नादौन में थे। जिन तीन कारोबारियों के घरों व्यावसायिक ठिकानों पर रेड की गई, वे कांग्रेस विचारधारा के बताए जा रहे हैं। ऐसे में शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा कि उपुचनावों की इस बेला में जानबूझकर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर छापेमारी की ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, ताकि प्रदेश में भय का माहौल बने। विदित रहे कि अभी कुछ रोज पहले ही हमीरपुर जिला में आयकर विभाग की टीमों ने सात लोगों के घरों और व्यावसायिक ठिकानों पर रेड की थी।
सप्ताह में दूसरी पर हुई इस कार्रवाई से जहां नादौन में हडक़ंप मचा हुआ है, वहीं कुछ लोग इसे राजनीति से प्रेरित भी बता रहे हैं। गुरुवार सुबह के समय नादौन में तीन जगहों पर एक साथ हुई आयकर विभाग की छापेमारी से कारोबारियों में हडक़ंप मच गया है। केंद्रीय सुरक्षा बलों को भरमोटी व मानपुल (चौकी) पर तैनात दखेकर लोग हैरान रह गए। इसी बीच जब चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ, तो पता चला कि तीन कारोबारियों पर आयकर विभाग की रेड हुई है। गुरुवार को सारा दिन नादौन में आयकर विभाग की रेड की ही चर्चा होती रही। ऐसा नहीं है कि पूर्व में कभी किसी जांच एजेंसी ने हिमाचल में दबिश नहीं दी, लेकिन इस बार खासकर उपचुनावों के सीजन में मुख्यमंत्री के गृहजिले को निशाना बनाया जाना कुछ और ही संकेत दे रहा है। यदि इसके पीछे कोई सियासी कारण हैं तो प्रदेश के लिए यह चिंता का विषय है।
राजनीति से प्रेरित
गुरुवार को हमीरपुर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इसे सीधे राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का लगातार दुरुपयोग कर रही है।
कार्रवाई की खबर नहीं
हमीरपुर पहुंचे बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रेड की इस कार्रवाई से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि उन्हें फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।