खबर आजतक, शिमला ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के जिन विधानसभा क्षेत्रों में पहले 50 बीघा भूमि मिलेगी, वहां प्राथमिकता पर राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से यह स्कूल खुलेंगे। ऐसे क्षेत्र जहां सरकारी भूमि शिक्षा विभाग के नाम पहले होगी, वहां स्कूलों के निर्माण का काम भी पहले शुरू होगा। 16 फरवरी को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस योजना की प्रस्तुति भी दी जाएगी। सोमवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री ने कहा कि 386 स्कूल-कॉलेजों को बंद करने या खुले रखने का कैबिनेट बैठक में फैसला होगा। भाजपा सरकार के समय एक अप्रैल 2022 के बाद खुले शिक्षण संस्थानों को लेकर गुण-दोष आधार पर फैसला लिया जाएगा।
जहां जरूरत होगी, वहां स्कूल-कॉलेज दोबारा खुलेंगे। राजनीति चमकाने के लिए कोई भी संस्थान नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट बैठक में 12 हजार शिक्षकों और गैर शिक्षकों के रिक्त पद भरने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हो सकती है। 2,000 पद उच्च शिक्षा और 10,000 पद प्रारंभिक शिक्षा के तहत खाली हैं। बैचवाइज और पदोन्नति के माध्यम से पद पहले भरे जाएंगे। इसके बाद सीधी भर्ती की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि तबादला नीति बनाने के लिए शिक्षक संगठनों से भी चर्चा की जाएगी। राजधानी शिमला सहित जिला मुख्यालयों के सटे स्कूलों में कार्यरत सरप्लस स्टाफ का युक्तिकरण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एससीए चुनाव बहाल करवाने का अभी विचार नहींशिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव बहाल करने को लेकर अभी कोई विचार नहीं है। वर्तमान प्रक्रिया ही अभी जारी रहेगी। चुनाव करवाने के लिए छात्र संगठनों की मांग सरकार के पास आई है। आने वाले दिनों में इस पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिमला विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति का मामला सरकार के ध्यान में है। प्री प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती पर मंथन जारीरोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के प्री प्राइमरी स्कूलों में 4,000 शिक्षकों की भर्ती का मामला सरकार के ध्यान में है। भाजपा सरकार के समय भर्ती के लिए बनाई गई प्रक्रिया को देखा जा रहा है। इसमें और क्या सुधार लाया जाए, इस पर मंथन जारी है। जल्द ही प्री प्राइमरी स्कूलों में करीब 4,000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।