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हिमाचल प्रदेश ने अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (सीसीटीएनएस) की प्रगति रैंकिंग में हिमाचल प्रदेश पहले स्थान पर रहा है। जनवरी में 99.77 अंक के साथ हिमाचल प्रदेश शीर्ष स्थान हासिल किया है। हिमाचल पुलिस ने एक विज्ञप्ति जारी करके ये जानकारी दी।अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (सीसीटीएनएस) की प्रगति रैंकिंग में उत्तर प्रदेश ने 99.01 के स्कोर, गुजरात ने 97.08 अंकों के साथ, दिल्ली ने 96.72 और हरियाणा ने 96.40 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
हिमाचल पुलिस का बेहतर प्रदर्शन
हिमाचल प्रदेश पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमने कई उन्नत राज्यों से आगे बढ़कर यह उपलब्धि हासिल की है, जो अब तक अखिल भारतीय सीसीटीएनएस में पहले स्थान पर रहते थे।”
जानिए क्या है सीसीटीएनएस
सीसीटीएनएस यानी की अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम, एक केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित मिशन मोड प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य सभी स्तरों पर और विशेष रूप से पुलिस स्टेशन स्तर पर पुलिसिंग की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए एक व्यापक और एकीकृत ई-सिस्टम बनाना है। सरल शब्दों में कहें तो राज्यों में हो रहे अपराध के डेटा को इस सिस्टम के जरिए रिकॉर्ड किया जाता है। जिससे ये आसानी से पता लगाया जा सकता है कि किस राज्य में अपराध बढ़े हैं और किस राज्य में अपराधों की संख्या में कमी आई है। इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए पुलिस स्टेशन स्तर पर सर्वे करके डेटा तैयार किया जाता है।
246 साइटों पर सीसीटीएनएस कर रहा काम
सीसीटीएनएस पुलिस स्टेशनों और पुलिस अधीक्षकों के कार्यालयों सहित 246 साइटों पर सफलतापूर्वक काम कर रहा है। प्रदेश में मैन्युअल रूप से प्राथमिकी दर्ज करना बंद हो गया है और सभी थानों में सीसीटीएनएस में सभी प्राथमिकी इलेक्ट्रॉनिक रूप से दर्ज की जा रही हैं। अब कागजों पर नहीं बल्कि डिजिटल रूप से सारे काम किए जा रहे हैं। हिमाचल पुलिस द्वारा जारी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी भी आपराधिक मामलों की चार्जशीट भी इलेक्ट्रॉनिक या यू कहें कि डिजिटल रूप से दायर की जा रही है।