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सीमेंट ढुलाई के मालभाड़े में कटौती के बाद अल्ट्राटेक प्लांट बागा में सोमवार को ट्रक ऑपरेटरों की समन्वय समिति और कंपनी प्रबंधन के बीच छह घंटे तक चली बैठक बेनतीजा चली। अल्ट्राटेक कंपनी कम किया हुआ मालभाड़ा ही देगी। उन्होंने अन्य मांगों पर सहमति बनने तक नए मालभाड़े पर रोक लगाने की सहमति नहीं दी। ट्रक ऑपरेटरों ने 15 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा जिस पर प्रबंधन ने विचार करने के लिए 13 मार्च तक का समय मांगा। अब 13 मार्च को मांगों पर फिर बैठक होगी।बैठक में अल्ट्राटेक प्रबंधन की ओर से फाइनेंस हेड नितिन पालीवाल, लॉजिस्टिक हेड पंकज, एचआर राकेश जमवाल मौजूद रहे। वहीं परिवहन सभाएं समन्वय समिति की ओर से अध्यक्ष कैप्टन भगत राम, सलाहकार दौलत सिंह ठाकुर, धर्मपाल ठाकुर, प्रेम सिंह ठाकुर, जोगिंद्र पाल, सुरजीत सेन, चमन ठाकुर, नील कमल ठाकुर, बबलू ठाकुर मौजूद रहे।
दौलत सिंह ठाकुर ने कहा कि कंपनी के साथ सोमवार सुबह 12:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक बैठक चली। हर पहलू पर गहरा मंथन हुआ। वहीं जो 15 सूत्रीय अनुबंध मांग पत्र रखा उसके लिए कंपनी के अधिकारियों ने आला अधिकारियों से चर्चा का समय मांगा। उन्होंने कहा कि बैठक में ऑपरेटरों ने कहा कि सीमेंट ढुलाई किराया जो 10.70 रुपये चल रहा है उसको घटाकर छह चक्का गाड़ी का 10.30 रुपये व 12 चक्का का 9.30 रुपये तय किया है। वहीं मैदानी सड़कों के लिए 5.15 रुपये तय किया है जो 5.35 रुपये है। कहा कि कंपनी के अधिकारियों के सामने बात रखी कि जो माल ढुलाई भाड़ा कम किया है ऑपरेटर उसका कड़ा विरोध करते हैं। इस अधिसूचना को लेकर संबंधित परिवहन सभाओं से कोई भी बैठक या समझौता नहीं हुआ है। कंपनी ने मनमाने तरीके से एकाधिकार करते हुए पूर्व में हुए समझौतों की अवहेलना की है।दौलत सिंह ठाकुर ने कहा कि ऑपरेटर 13 मार्च तक कंपनी के फैसले का इंतजार करेंगे, तब तक ढुलाई सुचारु रहेगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई भी विरोध प्रदर्शन या आक्रोश रैली नहीं करेंगे। उसके बाद ही आगामी निर्णय लिया जाएगा।
ऑपरेटरों ने ये 15 मांगें रखीं कंपनी प्रबंधन के सामने
15 सूत्रीय अनुबंध मांग पत्र में सभाओं को पर्याप्त माल ढुलाई कार्य देने जोकि प्रतिदिन 10 हजार मीट्रिक टन है, कंपनी का रॉ मैटीरियल ढुलाई कार्य 100 प्रतिशत सभाओं को देने, सभाओं को 10.70 रुपये व 5.35 रुपये अनुसार ही माल दुलाई भाड़ा देने, जीपीएस निशुल्क उपलब्ध करवाने की मांग रखी। इसके अलावा टोल टैक्स किराया के साथ शामिल करने, सालाना व पंचवर्षीय वृद्धि माल दुलाई भाड़े में देने, रुड़की व बठिंडा का प्रतिदिन 1500 मीट्रिक टन माल दुलाई कार्य देने, सीमेंट व क्लींकर का माल दुलाई भाड़ा बराबर करने, हिमाचल में सीमेंट डंप बंद किए जाएं, कंपनी गाड़ी की लोडिंग व अनलोडिंग का समय निर्धारित करें, कटे व फटे हुए सीमेंट बैग अनलोडिंग स्थान पर खाली किए जाएं और गाड़ियों से अनलोडिंग व लोडिंग डाला न लिया जाए। साथ ही दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों की सीमेंट व क्लींकर की रिकवरी न दी जाए, शालुघाट से जब्बलपुल तक सड़क की स्थिति दुरुस्त की जाए व सालाना कम से कम 30 हजार किलोमीटर प्रति गाड़ी ढुलाई कार्य देने की मांग रखी गई।