आरोप है, “नो नोटिस नो FIR, मोहम्मद जुबैर सीधे गिरफ्तार”. सोशल और मेन स्ट्रीम मीडिया में फर्जी खबरों के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले Alt News के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जुबैर की गिरफ्तारी से स्वतंत्र पत्रकारिता के पैरोकार और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले लोग हैरान और परेशान हैं. सोशल मीडिया में जुबैर की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज़ें हर तरफ से उठ रही हैं.
गौरतलब है कि जुबैर alt news के जरिए fake News का पर्दाफाश कर रहे थे और इसके फैलाने वालों का चेहरा भी बेनकाब कर रहे थे. अक्सर सरकार के समर्थन में डाली गई सकड़ों खबरों का उन्होंने भंडाफोड़ किया था. ट्विटर से लेकर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर alt news के संस्थापक प्रतीक सिन्हा और सह संस्थापक जुबैर अहमद एक खास वर्ग के टारगेट पर थे. नूपुर शर्मा का विवादित वीडियो को भी जुबैर ने ही चर्चा में लाया था.
बताया जा रहा हैं कि तीन साल पीछे किसी पुराने भड़काऊ पोस्ट के मामले में जुबैर की गिरफ्तारी की गई है. हालांकि, उनके सहयोगी प्रतीक सिन्हा का कहना है कि जुबैर को बिना नोटिस और FIR के गिरफ्तार किया गया है. प्रतीक ने बताया है कि पुलिस ने बिना नोटिस जुबैर को पूछताछ के लिए बुलाया और फिर गिरफ्तार कर लिया. जबकि, उन्हें कहां रखा गया है इसकी भी जानकारी न तो उनको और न ही उनके वकील को दी गई है.
पुलिस की इस कार्रवाई को कानून के जानकर सरासर ग़लत बता रहे हैं. पुलिस के इस एक्शन को लोग लोकतत्रिक और कानूनी प्रणाली के खिलाफ बता रहे हैं.