चक्की खड्ड में पानी का बहाव मोड़ने का काम आज भी जारी हो गया है। एनएचएआइ के साथ साथ सेना की टीम चक्की खड्ड में पानी का बहाव मोड़ने तथा पिल्लरों की सुरक्षा के काम में लगी हुई है। पुल को सुरक्षित करने व जल्द यातायात बहाली के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल चक्की पुल पर यातायात व्यवस्था बहाल होने की संभावना काफी कम है क्योंकि एनएचएआइ कोई भी जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं है।
एनएचएआइ के परियोजना निदेशक कर्नल अनिल सेन ने स्पष्ट किया जा कि चक्की खड्ड में पानी का बहाव मोड़ने व पिल्लरों की पुख्ता सुरक्षा करने के बाद ही चक्की पुल पर यातायात बहाल हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि मौसम साफ रहे तो 15-20 दिनों के भीतर पुल से यातायात बहाल हो सकता है। चक्की खड्ड में रोजाना बाढ़ आने के कारण एनएचएआइ द्वारा किया गया काम प्रभावित हो रहा है। एनएचएआइ की टीम दिन रात चक्की खड्ड में पुल को बचाने के काम में जुटी हुई है। लेकिन मौसम उनके काम पर भारी पड़ रहा है। चक्की खड्ड के कुल 16 पिल्लरों में से दो पिल्लर पी-1 व पी-2 बाढ़ के कारण खतरे की चपेट में आ गए हैं। एनएचएआइ के साथ साथ सेना की टीम लगभग तीन दर्जन मशीनों के साथ चक्की खड्ड में पानी का बहाव मोड़ने व पिल्लरों की सुरक्षा में लगी हुई है। पुल को हर तरह से सुरक्षित किया जा रहा है ताकि यहां पर सुरक्षित यातायात हो सके। पुल को सुरक्षित किया जा सके।