खबर आजतक , बिलासपुर ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला की सीमाओं पर सख्त पहरे के बीच ट्रक ऑपरेटरों ने रविवार को करीब 100 मालवाहक वाहन रोके और उन्हें वापस भेजा। दूध, ब्रेड, फल और सब्जी से लदे वाहनों को ट्रक ऑपरेटरों ने नहीं रोका ताकि आम जनजीवन प्रभावित न हो। शनिवार रात और रविवार दिन को हमीरपुर बॉर्डर पर तरघेल, लदरौर के पास और स्वारघाट बॉर्डर पर देहणी के पास बाहरी राज्यों से सामान लेकर आ रहे ट्रकों पर कड़ा पहरा रखा। देहणी में बीडीटीएस के ऑपरेटरों ने दिन भर कई ट्रकों को वापस भेजा। नयना देवी और स्वारघाट बॉर्डर के ऑपरेटर हाईवे पर अपनी गाड़ियों से पेट्रोलिंग करते रहे। तरघेल, लदरौर में भी ऑपरेटरों का कड़ा पहरा रहा। ऑपरेटरों का सीधा संदेश है कि कोई भी बाहर का ट्रक प्रदेश में रेत, बजरी, सरिया, सीमेंट लेकर प्रवेश नहीं करेगा।
सीमेंट विवाद को लेकर बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर सहकारी सभा (बीडीटीएस) ने बरमाणा में धरना प्रदर्शन जारी रखा है। रविवार को नौवें दिन भी धरना जारी रहा। नौवें दिन मेन मार्केट वार्ड नंबर नौ से विकास भार्गव ने धरने का मोर्चा संभाला। वहीं बरमाणा में प्रस्तावित दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटरों के साथ होने वाली वार्ता किसी कारण नहीं हो पाई। बीडीटीएस के महासचिव प्रदीप ठाकुर ने बताया कि ऑपरेटर सीमाओं पर सीमेंट व अन्य निर्माण सामग्री लाने वाले वाहनों को रोक रहे हैं। तब तक इन्हें रोका जाएगा, जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता। उल्लेखनीय है कि एसीसी सीमेंट प्लांट बंद होने से उपजा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। अदाणी समूह के तानाशाही रवैये के चलते यह विवाद दिन-ब-दिन उग्र होता जा रहा है। बरमाणा में 3,800 ट्रक दो माह से बिना काम के खड़े हैं और बाहरी राज्यों से प्रदेश में सीमेंट पहुंचाने के लिए अन्य ट्रकों का उपयोग किया जा रहा है। इस पर बिलासपुर के ट्रक ऑपरेटरों ने कड़ा पहरा लगा दिया है और बाहरी राज्यों से आने वाले मालवाहक वाहनों को सीमा पर रोका जा रहा है।
सीमेंट लेकर आ रहे टेंपो को लेकर बरोटा में ट्रक ऑपरेटरों और पुलिस के बीच गहमागहमी बिलासपुर जिले के भराड़ी थाना के बरोटा कस्बे में बीडीटीएस के ट्रक ऑपरेटरों और पुलिस के बीच तनाव का माहौल बन गया। शनिवार रात करीब 10:00 बजे गहमागहमी के चलते सीमेंट से लदे टेंपो और उसके चालक को पुलिस थाने ले गई। वहीं, एक दर्जन के करीब ट्रक ऑपरेटर भी थाने पहुंचकर उचित कार्रवाई की मांग करने लगे। बाहरी राज्य से या अन्य किसी स्थान से सीमेंट की आपूर्ति को रोकने के लिए ट्रक ऑपरेटरों ने हमीरपुर की तरफ हरितल्यांगर के समीप सड़क किनारे टेंट लगाया है। हरितल्यांगर से करीब तीन किलोमीटर पीछे दोनों जिलों को जोड़ने वाली सीमा पर तरघेल पुल के समीप पुलिस ने नाका लगाया है ताकि किसी भी अनहोनी को समय पर रोका जा सके। शनिवार रात हमीरपुर की तरफ से सीमेंट से लदा एक टेंपो आया, जिसे पुलिस ने सीमा पर रोकने का इशारा किया। लेकिन टेंपो चालक नाका तोड़कर फरार हो गया। पुलिस को शक हुआ कि इस टेंपो में संदिग्ध सामान हो सकता है।
करीब एक घंटे बाद 10:00 बजे पुलिस ने उक्त टेंपो को एक लिंक सड़क पर बरोटा कस्बे के समीप पकड़ लिया। इस पूरे वाक्य की जानकारी नाका लगाने वाले ट्रक ऑपरेटरों को भी मिल गई। कुछेक ट्रक ऑपरेटर भी बरोटा में पहुंच गए। ट्रक ऑपरेटर टेंपो में लदे सीमेंट के बिल जांचने की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने इस संदर्भ में उचित कार्रवाई करने की बात करते हुए कहा कि यह टेंपो पुलिस नाका तोड़कर भागा है। जो कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। इस दौरान खुद को सीमेंट का मालिक बताते हुए एक युवक मौके पर पहुंच गया। ट्रक ऑपरेटरों व उक्त युवक के बीच बहस शुरू हो गई। बीच बचाव करने पर ट्रक ऑपरेटरों व पुलिस के बीच भी थोड़ी देर के लिए गहमागहमी का माहौल बन गया।
ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि जिस व्यक्ति का यह सीमेंट से लदा टेंपो है, उसका खुद का एक ट्रक बरमाणा यूनियन में दर्ज है। अब यूनियन ने बाहर से सीमेंट न लाने का एलान किया तो यह खुद सीमेंट लेकर आ रहे हैं। भराड़ी थाना प्रभारी राजेश ने कहा कि नाका तोड़कर फरार हुए टेंपो चालक को बरोटा के नजदीक पकड़ लिया गया था। वहां पर ऑपरेटर पहुंच गए थे, जिस कारण किसी प्रकार का कोई विवाद न हो इसके लिए टेंपो को थाना लाया गया था। टेंपो का चालान किया गया है जबकि चालक का मेडिकल करवा दिया गया है। बीडीटीएस के प्रधान राकेश कुमार ने कहा कि यूनियन द्वारा जिला बिलासपुर की हर सीमा पर नाके लगाए गए हैं। बाहर से किसी प्रकार के सीमेंट को जिला में नहीं आने दिया जाएगा। जो लोग अपनी गाड़ियों में बाहर से सीमेंट ला रहे हैं, वे भी सीमेंट न लाएं।