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निर्माणाधीन किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण कार्य कर रही कंपनी परियोजना से निकले हुए मलबे को गोबिंदसागर झील के किनारे और उसके सहायक नालों में डाल रही है। इसकी शिकायत मंगलवार को फोरलेन विस्थापित और प्रभावित समिति ने उपायुक्त बिलासपुर को ऑनलाइन माध्यम से दी। समिति के महासचिव मदन लाल शर्मा ने कहा कि शिकायत में अवैध डंपिंग की फोटो भी भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण कंपनी सड़क निर्माण से निकल रहे मलवे को गोबिंद सागर झील और उसके सहायक नालों डंप कर रही है। पानी के कलवर्टों को पहले करोड़ों रुपये लगाकर बनाया गया है और अब इन्हें मिट्टी से बंद किया जा रहा है। ब्रिज के नीचे टनों के हिसाब से मिट्टी को डंप किया जा रहा है। उपरोक्त मक डंपिंग से जहां पर्यावरण, मत्स्य को नुकसान हो रहा है।
झील में पानी की स्टोरेज में कमी और भाखड़ा बांध जो कि एक राष्ट्रीय धरोहर है को भी जबरन नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समिति ने मंगलवार को स्वयं मौके का दौरा किया है। उन्होंने आरोप लगाए कि इस बारे वे जब भी संबंधित विभागों के अधिकारियों को अवगत करवाते हैं तो समिति को डराने धमकाने का काम किया जाता है। उन्होंने उपायुक्त से शिकायत में आग्रह किया है कि उपरोक्त विषय पर निजी दखल देकर निश्चित समय सीमा निर्धारित कर उचित कार्रवाई करें।