औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में बिना लाइसेंस जीवन रक्षक दवाएं बनाने पर एक उद्योग को सील कर दिया है। उद्योग से 80875 कैप्सूल बरामद हुए हैं। इन पर तीन बड़ी फार्मा कंपनियों के नाम लिखे थे। दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि आर्या फार्मा उद्योग के पास एलोपैथी दवाएं बनाने का लाइसेंस नहीं था। इसके पास केवल फूड सप्लीमेंट बनाने का लाइसेंस है। पता लगाया जा रहा है कि उद्योग से दवाओं की आपूर्ति कहां होती थी।
विभाग को करीब दो सप्ताह पहले इसकी सूचना मिली थी कि धर्मपुर साई मार्ग पर स्थित आर्या फार्मा उद्योग बिना लाइसेंस दवाओं का उत्पादन कर रहा है। दवा निरीक्षक हरिश कुमार ने बद्दी-साईं मार्ग पर हरियाणा नंबर की एक गाड़ी को रोका। इसमें 47 हजार कैप्सूल रिपेप्राजोल के मिले, जिन पर पार्क फार्मा कालूझिंडा बद्दी लिखा था।
पुलिस को मामले की सूचना दी गई। दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने जांच के लिए दो टीम का गठन किया। जांच में पता चला कि ये दवाएं आर्या फार्मा उद्योग धर्मपुर ने बनाई हैं। विभाग की टीम ने आर्या फार्मा उद्योग का पुलिस सहित दौरा किया। मौके पर चार कर्मचारी मिले। कंपनी का मालिक भी मौके पर नहीं था।
उद्योग में 25485 बायो डी3 कैप्सूल बरामद किए, जिन पर मेकलोडियस फार्मा कंपनी का नाम लिखा था। इसी प्रकार 5310 बाया डी3 मैक्स कैप्सूल मिले, जिन पर भी मेकलोडियम फार्मा कपंनी का ही नाम था। इसके अलावा एमवी लाइफ साइंस कंपनी के 3080 कैप्सूल बरामद किए। पार्क फार्मा कंपनी के 448 ग्राम खुले कैप्सूल मिले।