12 जुलाई 2021 विशेष
बाढ़ में बहे मकानों का नहीं मिल पाया मुआवजा
अब फिर से दर्जनों मकानों पर मंडराया खतरा
पास्सू से गगल तक खड्ड में प्रवासियों का डेरा
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
आज बुधवार और तारीख 12 जुलाई है। दो साल पहले 12 जुलाई 2021 के दिन हिमाचल में भयंकर बाढ़ आई थी। इस बाढ़ ने कांगड़ा जिला की दो खड्डों मांझी और गज में जमकर कहर बरपाया था। मांझी खड्ड धर्मशाला हलके में बहती है, तो गज शाहपुर एरिया में। समय के साथ हिमाचल में कांग्रेस सरकार आई।
इस दौरान शाहपुर में विधायक केवल पठानिया की मुस्तैदी से राजोल में बाढ़ प्रभावित एरिया में लाखों रुपए खर्च करके बड़े बड़े डंगे लगा दिए। इससे शाहपुर में गज दरिया से हजारों लोग सुरक्षित हो गए , लेकिन धर्मशाला हलके में बहने वाली मांझी खड्ड में ढगवार, मनेड, बगली, चैतड़ू च गगल में कई सुरक्षा दीवारें लगनी हैं। कुछ छोटे डंगों को छोड़ दिया जाए, तो अभी मांझी खड्ड में कोई काम नहीं हुआ है।
मांझी खड्ड में बगली पंचायत के वार्ड पांच में कई मकान बह गए थे। इन परिवारों को मुआवजा मिलना तो दूर, बाढ़ प्रभावित एरिया में सरकार ने डंगे तक नहीं लगाए हैं। नतीजा यह हुआ कि अब फिर से दर्जनों मकानों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
आईटी पार्क के किनारे महफूज नहीं
गगल के निकट मस्तपुर में आईटी पार्क बन रहा है। इस पार्क किनारे खड्ड बहती है। पार्क वाले स्थान में भी 12 जुलाई 2021 को पानी आ गया था। हैरानी की बात है कि यहां बिना सुरक्षा दीवार लगाए ही आईटी पार्क बन रहा है। आईटी पार्क के ऊपरी हिस्से में डंगे लगाए जाने हैं, लेकिन जिला प्रशासन और पूर्व की भाजपा और मौजूदा कांग्रेस सरकार की नालायकी से ऐसा नहीं हो पाया है।