शिमला, पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं हिमाचल पुलिस के लिए चिन्ता का कारण बन गई हैं. हिमाचल पुलिस द्वारा दिए गए आंकड़ो के मुताबिक पिछले 5 सालों यानि 2017 से लेकर 2021 तक हिमाचल में 3,020 सड़क हादसे हुए. इन हादसों ने 2,633 लोगो को मौत की नींद सुला दिया. इन हादसों में 6,792 लोग घायल हो गए. सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं 973 (32%) शिमला जिले में हुई हैं. जिनमें 869 लोगों की मौत हो गई.
शिमला के बाद मंडी में 425 (14%) सड़क हादसों में 331 लोग मौत की नींद सो गए. चंबा और सिरमौर में 306 (10%) सड़क हादसे हुए जिनमें क्रमशः 284 व 273 लोगों की जान चली गई.
Accidents for last five year (2017-21)
District Accidents Fatal Grievous Simple injured totall.
Baddi 34 31 9 64 73
Bilaspur 98 64 66 424 490
Chamba 306 284 161 541 702
Hamirpur 62 44 22 118 140
Kangra 151 129 142 459 601
Kinnaur 129 150 36 124 160
Kullu 265 277 129 482 611
L&S 49 33 26 63 89
Mandi 425 331 180 761 941
Shimla 973 869 341 1,486 1827
Sirmour 306 273 103 550 653
Solan 181 108 57 263 320
Una 41 40 30 155 185
Total 3,020 2,633 1,302 5,490 6792
3,020 दुर्घटनाओं में से 2,881 (95%) रोल डाउन दुर्घटनाएं राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सामने आई। सबसे अधिक दुर्घटनाएं 587 (20%) शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच हुई हैं. राष्ट्रीयऔर राज्य राजमार्गों पर 1185 (39%) हादसे, संपर्क सड़कों पर 1,679 (56%) दुर्घटनाएँ हुई। 1,264 (42%) हादसे ओवर स्पीडिंग की वजह से हुए. 641 (21%) लापरवाही और 609 (20%) हादसे अंधे मोड़ पर पेश आए. 1,530 (51%) रोल डाउन दुर्घटनाओं में, मोटर कारें शामिल थीं, 592 (20%) में पिकअप/जीप शामिल के हुए, जबकि पिछले पांच वर्षों में कुल 79 बसें हादसों का शिकार हुई.
सड़क के किनारे क्रैश बैरियर न होना राज्य में ‘रोल डाउन’ दुर्घटनाओं की वजह बना. राज्य की कुल 38,035 किलोमीटर सड़क की लंबाई में, क्रैश बैरिएर सड़क लंबाई के केवल 520 किमी (1.36%) पर स्थापित हैं। हिमाचल में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं अगस्त और दिसंबर माह में 274-274 रिकॉर्ड हुई. इसके बाद जुलाई माह में (272), मई (262), नवंबर (259), मार्च (256), जून (254), अक्टूबर (253), सितंबर ( 247), जनवरी (238), अप्रैल (219) और फरवरी (212) माह में सामने आई.