हिमाचल में पहली बार
हिमाचल प्रदेश में पहली बार मेथमफेटामाइन सिंथेटिक ड्रग्स के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स ने प्रदेश के प्रवेश द्वार सोलन जिला के परवाणू में चंडीगढ़ और पंजाब के युवकों से 22.29 ग्राम चिट्टा समेत 1.56 ग्राम मेथमफेटामाइन बरामद किया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स सोमवार सुबह 3:45 बजे परवाणू में गश्त पर थी। इस बीच परवाणू की तरफ से आ रही एक गाड़ी को तलाशी के लिए रोका गया।
तलाशी लेने पर चिट्टे समेत मेथमफेटामाइन बरामद किया गया। लिहाजा, मोहन लाल निवासी मकान नंबर 159 अजीत इंक्लेव रंधावा रोड खरड़ पंजाब, मनिंद्र सिंह निवासी शिवालिक इंक्लेव नजदीक गुरद्वारा खरड़ पंजाब और प्रदीप कुमार यादव निवासी सेक्टर-56 चंडीगढ़ को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है। कोर्ट से तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की मांग की जाएगी। इसके बाद आरोपियों से नशे के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट को दी थी यह ड्रग्स भाजपा नेता और टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट के मामले में भी खुलासा हुआ था कि उनकी मौत से कुछ घंटे पहले मेथमफेटामाइन नाम की ड्रग उन्हें दी गई थी। पुलिस के मुताबिक सोनाली फोगाट के पानी के गिलास में यह ड्रग्स मिलाई गई थी, जिसे पीने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और फिर अंत में उनकी मौत हो गई थी। क्या है मेथमफेटामाइन ड्रग्स मेथमफेटामाइन ड्रग की खोज 1893 में हुई थी। इसे क्रैंक, स्पीड और मैथ के नाम से भी जाना जाता है। यह एक शक्तिशाली और उत्तेजक नशीला पदार्थ है, जो लोगों के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। वहीं क्रिस्टल मेथमफेटामाइन एक ऐसा ड्रग है, जो शीशे के टुकड़े या चमकदार, नीली-सफेद चट्टान की तरह दिखता है। मेथमफेटामाइन का इस्तेमाल अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) और नार्कोलेप्सी जैसी बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है।