धर्मशाला- आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता पंकज पंडित ने प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि अब चुनावी साल में हार के डर चुनावों से ठीक पहले जयराम सरकार रेवड़ियां बांट रही है। सरकार ये रेवड़ियां कर्ज लेकर बांट रही है। अपने देश के बच्चों को फ्री में अच्छी शिक्षा देना और लोगों का फ्री में अच्छा इलाज करवाना, मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं है, हम विकसित भारत की नींव रख रहे हैं, यह काम 75 साल पहले हो जाना चाहिए था।
*जब बीजेपी सरकार में आई थी तो हिमाचल पर 46 हजार का कर्ज था जो आज 65 हजार हो गया ये पैसा आखिर गया कहा?*
हिमाचल प्रदेश डबल इंजन की नहीं ट्रिपल इंजन की सरकार है। प्रधानमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्र सरकार में अनुराग ठाकुर मंत्री है और भाजपा सरकार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हिमाचल के हैं। ये वो सरकारें हैं जो अपनी हार के डर से चुनावी समय में अंधाधुन कर्ज की रेवड़ीया बांट रही है। जब हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता में आई थी तो 45 हजार करोड़ का कर्ज था जो अब बढ़़कर 65 हजार करोड़ का हो गया है। जयराम ठाकुर यह बताएं क्या उन्होंने मुफ्त शिक्षा दी, मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं दी, क्या उन्होंने युवाओं को रोजगार दिया ? ये पैसा आखिर गया कहां?
*कोरोना संकट के समय परेशान जनता को नहीं दी थी कोई राहत, अब साढ़े चार साल बाद मुख्यमंत्री को आई जनता की याद*
आप प्रवक्ता पंकज पंडित ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना संकट काल में परेशान प्रदेश की जनता को कोई राहत नहीं दी थी। कोरोना के समय जयराम ठाकुर को याद नहीं आया की लोगों को बिजली मुफ्त चाहिए,कोरोना के समय आपने पानी के बिल हमारे माफ नहीं किए, महिलाओं को बस सुविधाए नही दी। अब आप करोड़ों रुपए के विकास के दावे कर रहे हैं। मोदी जी जयराम सरकार चुनावो के समय में आम आदमी पार्टी से अपनी हार में देखकर जो घोषणाएं कर रही है इसे कर्ज में लेकर मुफ्त की रेवाड़ी बांटना कहते है।
*हिमाचल की जनता तय करे कि उन्हें ईमानदारी की राजनीति चाहिए या भ्रष्टाचार की राजनीति चाहिए*
आम आदमी पार्टी चुनावों को देखकर नहीं काम करती। जिस दिन से आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई है उसे दिन से अरविंद केजरीवाल जी ने तय कर लिया था सभी को मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए। जो काम आजादी के समय में हो जाना चाहिए था। लेकिन वह काम किसी भी पार्टी ने नहीं किया चाहे वह कांग्रेस पार्टी हो या बीजेपी। अब वो काम अरविंद केजरीवाल जी 75 साल बाद कर रहे हैं।
जयराम सरकार की एक विशेष कमेटी है वह कमेटी इसलिए नहीं बैठती कि प्रदेश का विकास कैसे किया जाए? वह कमेटी इसलिए बैठती है की इस साल कहां से कर्जा लिया जाए और कर्मचारियों का वेतन दिया जाए। ट्रिपल इंजन की सरकार होते हुए भी हिमाचल कर्ज में डूबा हुआ है। अब तक हिमाचल में विकास नहीं हो पा रहा है। जनता को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य,रोजगार, पानी, ट्रिपल इंजन की सरकार होते हुए भी कर्ज की रेवड़ीया बांटने पर रही है। इस सरकार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कौन जनता के विकास के लिए कार्य कर रहा है और कौन हार के डर से कर्ज की रेवड़ी बांट रहा है?
ये जनता को सुविधाएं नहीं देते हैं, लेकिन अपने मंत्री को सारी सुविधाएं देते हैं और अपने दोस्तों को करोड़ों रुपए के ठेके देते हैं, वो भ्रष्टाचार की राजनीति है। आज इस देश की जनता को तय करना है कि आपको ईमानदारी की राजनीति चाहिए या भ्रष्टाचार की राजनीति चाहिए।