हाइड्रो इंजीनियरिंग
देश के दूसरे हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला का निर्माण कार्य जनवरी तक पूरा हो जाएगा। निर्माणाधीन कंपनी ने जनवरी कॉलेज को पूरी तरह प्रबंधन को सौंपने का लक्ष्य रखा है। कॉलेज में तीन भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य की प्रारंभिक राशि 75 करोड़ रुपये थी, जो बढ़कर 180 करोड़ पहुंच गई है। कॉलेज में मुख्य गेट और प्रिंसिपल आवास के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाना अभी बाकी है। बिलासपुर की बंदला धार पर करीब 65 बीघा जमीन पर 180 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हाइड्रो कॉलेज का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा होने जा रहा है। कॉलेज में दो ट्रेड की कक्षाएं वर्तमान में सुचारू रूप से चल रही हैं। साथ ही इस साल कंप्यूटर साइंस ट्रेड भी शुरू किया जा रहा है।
कॉलेज में अकादमिक भवन, गर्ल्स, ब्वॉयज हॉस्टल, यूजी टैंक, रेन वाटर कलेक्शन टैंक, फैकल्टी के लिए आवासीय भवन का निर्माण किया गया है। 29 जुलाई 2016 को दिल्ली में इसके लिए प्रदेश सरकार और एनएचपीसी और एनटीपीसी के एमओयू साइन किया गया। उस समय तक यह देश का पहला हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज था, लेकिन बंदला में कॉलेज भवन का निर्माण करने और अन्य प्रक्रिया पूरी करने में समय लगा। इस बीच उत्तराखंड के टिहरी में कॉलेज शुरू हो गया। कॉलेज का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अप्रैल 2017 को शिमला दौरे के दौरान ऑनलाइन माध्यम से किया था। इसके बाद 5 अक्तूबर 2022 को नरेंद्र मोदी ने ही कॉलेज इसका उद्घाटन किया। साल 2017-18 से कॉलेज का पहला बैच कांगड़ा के नगरोटा बगवां में शुरू हुआ। बंदला में भवन निर्माण के लिए 4 अप्रैल 2018 को टेंडर जारी हुआ और जुलाई 2018 में निर्माण शुरू हुआ। 75 करोड़ इसकी प्रारंभिक राशि लागत थी, जो बढ़कर 105 करोड़ हुई।
मास्टर प्लान में बदलाव के बाद 140 करोड़ हुई। इसके बाद एक बार फिर लागत राशि बढ़कर 180 करोड़ हुई। इसमें से 55 करोड़ रुपये कॉलेज में शिक्षा उपकरणों पर खर्च होंगे। कंपनी ने 25 माह में निर्माण कार्य पूरा होना लक्ष्य रखा, लेकिन कोविड के कारण इसके निर्माण में देरी हुई और यह कक्षाओं के लिए 2021 में तैयार हुआ। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन ने 2021-22 के बैच के लिए सितंबर 2021 को अनुमति दी। उस समय हॉस्टल की सुविधा केवल छात्राओं के लिए उपलब्ध थी। इसके बाद ब्वॉयज हॉस्टल तैयार होने के बाद 21 सितंबर 2022 को पूरा कॉलेज नगरोटा बगवां से बंदला शिफ्ट हुआ। निर्माणाधीन कंपनी के एजीएम एलांगो एस ने बताया कि कंपनी ने जनवरी 2024 तक कॉलेज निर्माण कार्य पूरा कर कॉलेज प्रबंधन को सौंपने का लक्ष्य रखा है। निर्माण कार्य जारी है। कंपनी का पूरा प्रयास है कि निर्धारित समय में लक्ष्य को शीघ्र पूरा किया जाए।a