हमीरपुर में राष्ट्रीय
राष्ट्रीय उच्च मार्ग 103 पर मटन सिद्ध क्षेत्र में नया शराब का ठेका खोले जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध जताया है। महिला मंडल मटनसिद्ध तथा स्थानीय लोग मौके पर एकत्रित हुए तथा यहां खोले जा रहे शराब के ठेके का जमकर विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना है कि यहां शराब का ठेका खुलने से नशे के प्रचलन को बढ़ावा मिलेगा। महिला मंडल मटनसिद्ध तथा स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ वर्ष पहले भी क्षेत्र में शराब का ठेका खोला गया था, जिसका ग्रामीणों ने खुलकर विरोध किया था।
ग्रामीणों के विरोध के उपरांत शराब के ठेके को वहां से हटाया गया। वही ग्रामीणों ने पंचायत प्रधान की कार्यशैली को भी सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि बिना उन्हें विश्वास में लिए प्रधान की तरफ से एनओसी जारी की गई है। ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन की बात सुनकर पुलिस भी मौके पर पहुंची तथा ग्रामीणों से बातचीत की गई। वही ठेका संचालकों की माने तो उन्हें विभाग से ठेका खोलने के संदर्भ में अनुमति प्राप्त है तथा प्रधान की तरफ से भी एनओसी मिली है। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही यहां यह ठेका खोला गया है। बिना विश्वास लिए एनओसी डुघा पंचायत के उप प्रधान अंचल सिंह पटियाल ने बताया कि प्रधान ने बिना पंचायत प्रतिनिधियों को विश्वास में लिए एनओसी जारी की है।
जिसका क्षेत्रवासी विरोध जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों ने क्षेत्र में शराब का ठेका ना खोले जाने को लेकर प्रस्ताव पारित किया था। वर्तमान प्रधान ने उसकी उल्लंघन करते हुए एनओसी जारी की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन से हमारी मांग है कि इस ठेके को बंद किया जाए। खोल दिया शराब ठेका महिला मंडल की प्रधान लवलीन ठाकुर ने कहा कि क्षेत्र में शराब का ठेका खोला गया है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले भी क्षेत्र में ठेका खोलने का महिला मंडल की तरफ से कड़ा विरोध किया गया था। कानूनी लड़ाई लडऩे के बाद उस शराब के ठेके को क्षेत्र से हटाया गया लेकिन अब एक बार फिर यहां पर शराब का ठेका खोला जा रहा है जोकि सहन नहीं किया जाएगा। डुघा पंचायत वार्ड नंबर 5 के वार्ड पंच ने बताया कि बिना उन्हें विश्वास में लिए प्रधान की तरफ से एनओसी जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधान को सभी पंचायत प्रतिनिधियों को विश्वास में लेना चाहिए था। प्रशासनिक कार्रवाई से सहमत शराब ठेके के सर्किल हेड प्रवेश ठाकुर ने बताया कि विभागीय औपचारिकताएं पूरी करने के बाद तथा पंचायत प्रधान से एनओसी मिलने के उपरांत ठेका खोला गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वह ग्रामीणों को कोई दोष नहीं दे रहे प्रशासनिक तौर पर जो कार्रवाई होगी उससे सहमत रहेंगे।