स्मार्ट सिटी मिशन
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शिमला को मिलने वाली 20 इलेक्ट्रिक बसों में से 9 बसें रविवार को शिमला पहुंच गईं। अगले हफ्ते बाकी बची 11 बसें भी शिमला पहुंच जाएंगी। कर्नाटक और दिल्ली दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री इन बसों को हरी झंडी दिखाकर शहर के लोकल रूटों पर रवाना करेंगे। 30 सीटर 20 नई इलेक्ट्रिक बसें आने के बाद शहर के लोकल डिपो में ई-बसों का बेड़ा 70 का हो जाएगा। नगर निगम चुनावों के चलते शिमला में लगी आचार संहिता के कारण नई ई-बसें शिमला नहीं आ पा रही थीं।
चुनाव प्रक्रिया खत्म होने के बाद पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी के हरियाणा के धारूहेड़ा स्थित प्लांट से यह बसें शिमला के लिए रवाना की गईं। रविवार को शिमला पहुंचीं यह बसें टूटीकंडी आईएसबीटी के डिपार्चर और अराइवल फ्लोर पर पार्क की गई हैं। सभी 20 बसें पहुंचने के बाद शिमला शहर में ई-बसों का बेड़ा 50 से बढ़कर 70 हो जाएगा। मौजूदा समय में शहर में 50 ई-बसें चल रही हैं। 30 सीटर 30 बड़ी और 20 सीटर 20 छोटी ई-बसें शहर में चल रही हैं।
कोट स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 9 नई इलेक्ट्रिक बसें शिमला पहुंच गई हैं। अगले हफ्ते 11 बसें पहुंच जाएंगी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इन बसों को हरी झंडी दिखा कर शहर के लोकल रूटों के लिए समर्पित करेंगे। – संदीप कुमार, प्रबंध निदेशक, एचआरटीसी शिमला को ई-पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिटी बनाने की योजना मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शिमला शहर को ई-पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिटी बनाने और शिमला लोकल को ई-बस डिपो बनाने की घोषणा कर चुके हैं। इसी मकसद से शहर के निजी बस ऑपरेटरों को डीजल बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसें खरीदने में मदद के लिए बजट में 50 फीसदी अनुदान देने की भी व्यवस्था की गई है। शिमला शहर में ई-बसों के लिए नए चार्जिंग स्टेशन बनाने का भी प्रस्ताव है। तारादेवी में एचआरटीसी की नई कार्यशाला में भी ई-बसों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं।