सोलन में लगातार
जिला में लगातार हुई 10 घंटे की बारिश से ठंड बढ़ गई है। जिससे तापमान में काफी गिरावट आ गई है। लोगों को फिर से जनवरी सी ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है। इसके चलते लोगों ने गर्म कपड़े निकाल दिए हैं। वहीं इस बारिश से किसानों को अब नुकसान होना भी शुरू हो गया है। टमाटर, शिमला मिर्च समेत अन्य नगदी फसलों की रोपाई का कार्य रुक गया है। रोपाई कार्य में देरी होने से किसानों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। इसी के साथ मैदानी क्षेत्रों में गेहूं की फसल सुखाने में भी किसानों को परेशानी आनी शुरू हो गई है। गेहूं के बारिश से गिला होने के कारण किसानों को बीमारी का खतरा भी पैदा हो गया है।
गौर रहे कि जिला में मंगलवार देर रात करीब 02:30 बजे मौसम ने रुख बदला। जिसके बाद मूसलाधार बारिश शुरू हुई। जिसके बाद बारिश बुधवार को दोपहर 12:30 बजे बंद हुई। बारिश के बंद होने के बाद लोगों ने राहत ली और अपने कामकाज के लिए घरों से निकलें। बाजार भी रहा सूना बारिश के चलते जिला के बाजार सूने दिखाई दिए। करीब दोपहर 12:30 बजे तक कोई भी रौनक जिला के बाजारों में नहीं थी। केवल जरूरी कामकाज को लेकर ही लोग बाजारों में दिखाई दिए। जैसे ही बारिश का सिलसिला थमा इसके बाद ही बाजार की ओर लोगों ने रुख किया।
वहीं शहर में भी 12:30 बजे तक लोगों की कम ही आवागमन देखा। वहीं क्षेत्रीय अस्पताल में भी भीड़ बुधवार को न के बराबर रही। जिससे ओपीडी भी घटी है। नालियों की बजाए सड़कों पर बहा पानी शहर में बारिश होने से नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की पोल खुल गई है। बारिश के बाद कई घंटों तक पानी नालियों में जाने की बजाए सड़क पर ही बहता रहा। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं नालियों के बंद होने के बाद गंदगी भी सड़कों पर बही है।