सीबीएसई की तर्ज पर
सीबीएसई की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी टर्म प्रणाली खत्म करेगा। शिक्षा बोर्ड ने फाइल तैयार कर प्रदेश सरकार को भेज दी है। सरकार से मंत्रणा और निर्देशों के बाद इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 10वीं और 12वीं कक्षा में वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाएं लेने की प्रणाली को खत्म करने की योजना बना रहा है। बोर्ड अध्यक्ष और सचिव जल्द ही शिक्षा मंत्री के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
सूत्रों की मानें तो टर्म प्रणाली को शुरू करने से शिक्षकों और बोर्ड कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। उन्हें वर्ष में दो बार परीक्षा लेने और परिणाम तैयार करने का काम पड़ रहा है। छात्रों और अभिभावकों पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ रहा था, क्योंकि टर्म प्रणाली के चलते उन्हें वर्ष में दो बार फीस जमा करवानी पड़ रही है। गौर रहे कि हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ भी परीक्षाओं से पहले बोर्ड प्रबंधन के साथ हुई बैठक में टर्म प्रणाली को खत्म करने की पैरवी कर चुका है। इस संदर्भ में बोर्ड के अध्यक्ष एवं जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल का कहना है कि टर्म प्रणाली को खत्म करने के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा।