सीआरआई कसौली
केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) कसौली को टेटनेस डिप्थीरिया (टीडी) वैक्सीन उत्पादन का वाणिज्यिक लाइसेंस मिल गया है। सीआरआई अब बड़े पैमाने में वैक्सीन का उत्पादन कर सकेगा और वैक्सीन का विदेशों में निर्यात भी कर सकेगा।सीआरआई डिप्थीरिया, पर्टुसिस (काली खांसी) और टेटनेस (डीपीटी) वैक्सीन का निर्माण भी कर रहा है।
डीपीटी वैक्सीन का निर्माण देश की पहली करंट गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस लैब में किया जा रहा है। इसी के साथ संस्थान माइक्रोबायोलॉजी में तेजी से काम कर रहा है। यहीं नहीं, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संबद्ध एमएससी (माइक्रोबायोलॉजी) और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी इन वैक्सीनोलॉजी एंड इम्यूनोबायोलॉजी कोर्स में प्रशिक्षण भी संस्थान दे रहा है। दसवीं पास उम्मीदवारों के लिए इम्यूनोबायोलॉजिकल और एनिमल केयर प्रोडक्शन में स्किल डेवलपमेंट सर्टिफिकेट कोर्स भी चला रहा है।
संस्थान कई वर्षों से सर्पदंश, डिप्थीरिया और रैबीज के लिए एंटीसेरा भी विकसित कर रहा है। आज मनाया जाएगा स्थापना दिवस, केंद्रीय मंत्री होंगी मुख्य अतिथि सीआरआई कसौली मंगलवार को अपना 119वां स्थापना दिवस मनाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी। डॉ. पवार 10 मई को सीएचसी धर्मपुर और 108 ईएमआरटी केंद्र धर्मपुर का दौरा भी करेंगी। इसी के साथ सीएचसी धर्मपुर और क्षय रोग अस्पताल धर्मपुर का निरीक्षण भी करेंगी।