सिरमौर
जिला सिरमौर के सिरमौरी ताल गांव में बीती रात बादल फटने के बाद भारी तबाही हुई है। एक मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया है। उसी परिवार के लापता हुए पांच सदस्यों में से दो के शव मलबे से बरामद कर लिए गए हैं। अन्य तीन लोगों की तलाश के लिए अभियान अभी भी जारी है। बादल फटने की सूचना पर प्रशासन ने देर रात ही मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
मौके से 40 परिवारों को रेस्क्यू किया गया। भारी मशीनों से मलबे की खुदाई से घर के कुछ हिस्से को ढूंढ निकाला गया। घर के बाहर मलबे से एक बच्चे और एक बुजुर्ग के शव बरामद हुए हैं। इस घटना में एक सामुदायिक भवन व दो पशु शलाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
बाढ़ के पानी से मौके पर भारी मात्रा में दलदल हो गया है। जिसकी वजह है रेस्क्यू में लगी मशीनें भी दलदल में धंस रही हैं। लिहाज़ा रेस्क्यू में लगातार देरी होती जा रही है। मौके पर जिला प्रशासन, स्थानीय विधायक, पूर्व विधायक सहित एसडीएम तहसीलदार सहित सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद हैं। घटना से इस क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।
बता दें कि मालगी के समीप जंगल में बादल फटा और कई किलोमीटर तक उससे भारी नुकसान हुआ है।
एनएच 707 भी बंद है। बड़े बड़े पेड़ व पत्थर सड़कों पर पड़े हैं। गनीमत यह रही कि बादल फटने के बाद नीचे आ रहा मलबा छह से अधिक रास्तों में बंट गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला सिरमौर में पहली दफा इस प्रकार का मंजर देखने को मिला है। जहां हर तरफ तबाही है। फसलें, घर, खेत खलिहान, गोशाला, सामुदायिक भवन आदि सब कुछ तबाह हो गए हैं। वहीं, खालसा एंड इंटरनेशनल की ओर से कई लोगों के लिए चाय—पानी व दोपहर के भोजन की व्यवस्था मौके पर ही की गई।
एसडीएम व तहसीलदार मौके पर डटे रहे साथ ही डीसी सिरमौर, एसपी सिरमौर, एसडीएम पांवटा, तहसीलदार, विधायक व पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी, पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग, सबीना बेगम, असगर अली, नाथूराम चौहान डाक्टरों की टीम के साथ मौके पर ही ब
ने हुए।