श्री लाल बहादुर शास्त्री
श्री लाल बहादुर शास्त्री नेरचौक मेडिकल कॉलेज से 2017 बैच के 90 एमबीबीएस प्रशिक्षु डॉक्टर बन गए हैं। यह डॉक्टर देशभर के निजी और सरकारी क्षेत्र में चल रहे अस्पतालों में सेवाएं देने के योग्य हो गए हैं। साढ़े चार साल तक मेडिकल कॉलेज में थ्यूरी की पढ़ाई करने के बाद यह पिछले साल एक साथ से मेडिकल कॉलेज में अपनी इंटर्नशिप कर रहे थे। हाल ही में इन सभी डॉक्टरों की एक साल की इंटर्नशिप पूरी हाने के बाद कॉलेज ने इन्हें डॉक्टर घोषित कर दिया है और अब यह प्रदेश, देश में विभिन्न सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं देने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गए हैं।
हालांकि इनमें से अधिकतर नौकरी करेंगे तो कई एमबीबीएस के बाद अन्य डिग्री करने के लिए भी योग्य हैं। बहुत से डॉक्टर अपनी पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं भी देंगे। उधर, श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. राजेश भवानी ने कहा कि 2017 बैच के 90 एमबीबीएस के प्रशिक्षु पूरी तरह से डॉक्टर बन गए हैं। उन्होंने सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
साढ़े चार साल की थ्यूरी, एक साल की होती है इंटर्नशिप
मेडिकल कॉलेज में 2017 बैच के एमबीबीएस प्रशिक्षु डॉक्टर बन गए हैं। वहीं अब 2018 बैच के एमबीबीएस प्रशिक्षु अस्पताल में इंटर्नशिप के लिए आ गए हैं। यह प्रशिक्षु डॉक्टर अब विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ अटैच कर दिए गए हैं और एक साल तक इंटर्नशिप करेंगे। बता दें कि नेरचौक मेडिकल कॉलेज का पहला बैच साल 2017 में ही शुरू हुआ था, जो कि अब साल 2023 में पूरा हुआ है। वहीं, साल 2018 का बैच 2024 तक पूरा होगा। एमबीबीएस की थ्यूरी की पढ़ाई साढ़े चार साल तक होती है, जबकि एक साल तक इंटर्नशिप होती है।