शिमला पुलिस की नशा
शिमला पुलिस ने प्रदेश भर में दर्ज मामलों और गिरफ्तार व्यक्तियों के मामले में शिमला पुलिस ने कार्रवाई में 35 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है। शिमला पुलिस की नशा मफिया के खिलाफ कार्रवाई से क्षेत्र में चिट्टे की सप्लाई कम हुई है। शिमला ने आपूर्तिकर्ताओं को पकडऩे के लिए एनडी एंड पीएस अधिनियम की धारा 29 के तहत कार्य करने की योजना बनाई है। जिससे शिमला शहर में नशे की खेप जो आसानी से मिलती थी उसकी उपलब्धता में अब भारी कमी आई है। शिमला पुलिस की ओर से गिरफ्तार कुछ नशा तस्कर बाहरी राज्यों से भी संबंध रखते हैं। शिमला पुलिस ने जनवरी माह से लेकर अब तक एनडीपीएस के 222 केस दर्ज किए हैं, इनमें 321 लोगों को गिरफ्तार किया है। चिट्टे के साथ पुलिस जिन आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है उनमें ज्यादातर की उम्र महज 25 से 30 साल के बीच है।
एसपी शिमला संजीव गांधी ने अब हर थाने व चौकी को सख्त निर्देश दिए हैं कि नशे के कारोबार करने वालों पर नकेल कसें। पुलिस की कार्रवाई में पता चला है कि सबसे ज्यादा नशे की सप्लाई पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से आ रही है। यहां से नशा तस्कर अलग-अलग माध्यमों से शिमला पहुंच रहे हैं। एसपी संजीव गांधी का कहना है कि शिमला पुलिस नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। नशे के खिलाफ पुलिस ने विशेष अभियान चलाया हुआ है। इसके लिए थाना स्तर पर नशा निवारण समितियों का गठन किया है। इसके तहत पुलिस अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरूक करती है।