धर्मशालान: नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश भर में सितंबर 2022 की पहली टर्म के पेपर्ज की चैकिंग होने जा रही है। इसके लिए शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश भर में 70 केंद्र स्थापित किए हैं। शिक्षा बोर्ड ने शिक्षकों से इस बारे में 15 सितंबर तक आनलाइन सहमति पत्र मांगे हैं। हैरानी की बात है कि इसके लिए शिक्षा बोर्ड के पास बेहद कम आवेदन पहुंचे हैं।
जानकारी के अनुसार शिक्षा बोर्ड ने दसवीं, जमा दो व एसओएस से संबंधित उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए पूरे प्रदेश में 60 केंद्र बनाए हैं। इसके लिए पूरे प्रदेश से हैड और सब एग्जामिनर के आनलाइन सहमति पत्र जरूरी हैं। बोर्ड ने इन सहमति पत्रों के लिए 15 सितंबर तक समय दिया है। शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा सुरेश कुमार सोनी ने माना कि अभी तक बेहद कम आवेदन पहुंचे हैं। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया है कि वे शीघ्र सहमति पत्र भेज दें, ताकि मूल्यांकन की प्रक्रिया को सुचारू किया जा सके।
ये है योग्यता व नियम
शिक्षा बोर्ड के नियमों के अनुसार एग्जामिनर बनने के लिए 10 साल का अनुभव होना चाहिए, वहीं व सब एग्जामिनर के लिए सरकारी स्कूलों में रगुलर, अनुबंध, पैरा अध्यापकों- प्राध्यापकों के लिए तीन साल का अनुभव जरूरी है। इसके अलावा पीटीए-एसएमसी व बोर्ड से संबद्धता प्राप्त स्कूलों में लगातार चार साल पढ़ाने का अनुभव रखने वालों को पात्र माना गया है।
स्कूल की यूजर आईडी से परीक्षक और उपपरीक्षक के आनलाइन सहमति पत्र आनलाइन अपलोड कर सकते हैं। तय समय पर सहमति पत्र आने से मूल्यांकन में आसानी होगी
डा सुरेश कुमार सोनी, चेयरमैन, शिक्षा बोर्ड
शिक्षकों को इसके लिए अच्छा भुगतान होना चाहिए। कई शिक्षकों को पुरानी पेमेंट नहीं मिली है। यही कारण है कि इसमें कम शिक्षक आगे आ रहे हैं। बोर्ड को इस बारे में विचार करना चाहिए
वीरेंद्र चौहान, अध्यक्ष एचजीटीयू