लोक निर्माण विभाग
लोक निर्माण विभाग ने रायपुर-चड़तगढ़ पुल को चौड़ा किया है। अभी तक पुल का उद्घाटन भी नहीं हुआ है और दो से ढाई इंच तक धंस गया है। उद्घाटन से पहले ही पुल के धंसने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। पुल धंसने से निर्माण कार्य के साथ नोडल एजेंसी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। पुल के धंसने से खास तौर पर दोपहिया वाहन चालकों के लिए हादसे का खतरा बना हुआ है। हालांकि जल्द इसका संज्ञान नहीं लिया गया तो पुल और धंस सकता है, जिससे बड़ा हादसा भी सकता है।
बीच से पुल धंसने का मामला संज्ञान में आने के बाद अब विभाग लीपापोती में जुट गया है और टारिंग करके पुल को बराबर करने के जुगाड़ में है। पूर्व की भाजपा सरकार के समय पुल को चौड़ा करने का काम शुरू हुआ था। इसका शिलान्यास वर्तमान विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने किया था। पुल को चौड़ा करने का काम पूरा होने के उपरांत इसका उद्घाटन होना बाकी है। विभाग ने उद्घाटन पट्टिका के लिए बाकायदा स्थान बना रखा है, लेकिन अभी पट्टिका लगाई गई है और न ही पुल पर खर्च धनराशि का विवरण अंकित किया गया है। बताया जा रहा है कि पुल को चौड़ा करने के लिए 54 लाख रुपये की धनराशि खर्च की गई है।
यह पुल चड़तगढ़, लमलेहड़ा, बडेहर, उदयपुर नंगड़ा, फतेहपुर, पेखूबेला को मैहतपुर से जोड़ता है। लमलेहड़ा निवासी शिवकुमार, फतेहपुर के दीदार सिंह, नंगड़ा के लखबीर सिंह और नीलकंठ ने कहा कि पुल में इस कमी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। यह विभाग की लापरवाही है। जल्द की जाएगी मरम्मत पुल के धंसने का मामला ध्यान में आया है। जल्द ही इसकी मरम्मत करके इसे ठीक कर दिया जाएगा। उद्घाटन को लेकर सरकार की तरफ विवरण मांगा गया था, जिसे विभाग ने भेज दिया है। -अरविंद चौधरी, सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग