धर्मशाला- ज्ञान प्राप्ति के लिए जागृत मस्तिष्क बेहद जरूरी है। ये प्रवचन महामहिम दलाईलामा ने शेवेत्सल टीचिंग मैदान लेह में किए। अपनी टीचिंग के दौरान उन्होंने एक साथ 70 हजार अनुयायियों को एक साथ संबोधित किया, जबकि वर्चुअली दुनिया भर में करोड़ों लोगों ने उनका संदेश सुना। अपनी टीचिंग के दौरान महामहिम दलाइलामा ने इस क्षेत्र के साथ तिब्बत का गहरा नाता बताया। वहीं उन्होंने अपने प्रमुख सिद्वांत करुणा पर भी प्रकाश डाला। साथ ही छह अक्षरों वाले मंत्र का पाठ करने का भी आह़्वान किया।